एचडीएफसी में चीनी बैंक का शेयर, राहुल ने कहा-बचाएं कंपनी
चीन के केंद्रीय बैंक ने हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड में हिस्सेदारी हासिल की है। चीन के बढ़ते वर्चस्व पर राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि सरकार भारतीय कंपनियों को विदेशी हाथों में जाने से रोके।

चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (पीबीओसी) ने मार्च की तिमाही में भारत के निजी क्षेत्र के हाउसिंग फाइनेंस लेंडर (आवासीय वित्त ऋणदाता) एचडीएफसी लिमिटेड में एक फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी हासिल की है। इसके लिए पीबीओसी ने एचडीएफसी के 1.75 करोड़ शेयर खरीदे हैं। चीन के इस बढ़ते वर्चस्व पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि सरकार भारतीय कंपनियों को विदेशी हाथों में जाने से रोके।
माना जा रहा है कि यह विनिमय जनवरी से मार्च 2020 के बीच हुआ है। विनियामक एक्सचेंज की सूचना के मुताबिक, चीन के बैंक ने 1,74,92,909 करोड़ शेयर खरीदे हैं जिससे उसे 1.01 फीसदी की हिस्सेदारी प्राप्त हुई है। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ सप्ताह में एचडीएफसी लिमिटेड के शेयर की कीमतों में गिरावट दर्ज हुई है। फरवरी के पहले सप्ताह से यह गिरावट शुरू हुई थी जिसके बाद इसकी कीमत में 41 फीसदी तक की कमी देखी गई। एचडीएफसी के उपाध्यक्ष और सीईओ केकी मिस्त्री ने कहा कि मार्च 2019 तक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के पास 0.80 प्रतिशत हिस्सेदारी थी और मार्च 2020 में इसमें 0.20 प्रतिशत की बढ़त हुई।
गौरतलब है कि चीन एशिया के प्रमुख देशों के वित्तीय संस्थानों में ऐसे समय पर निवेश कर रहा है जब जब प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के शेयर बाजार में गिरावट आ रही है। चीन लगातार एशियाई देशों में अपने आर्थिक दायरे में तेजी से बढ़ोतरी कर रहा है।
इस खबर के आते ही रविवार को सोशल मीडिया पर खूब हंगामा हुआ। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक अश्वनी महाजन ने ट्वीट कर पीएम नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से अनुरोध किया कि वे भारतीय संस्थाओं का स्वामित्व विदेशी हाथों में न जानें दें। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि देश में आर्थिक सुस्ती से भारतीय कॉरपारेट कंपनियां काफी कमजोर हुई हैं, इसी वजह से वे टेकओवर के लिए निशाना बन रही हैं। सरकार को इसकी इजाजत नहीं देनी चाहिए कि कोई विदेशी कंपनी इस संकट के दौर में किसी भारतीय कंपनी पर अधिकार हासिल करे।
The massive economic slowdown has weakened many Indian corporates making them attractive targets for takeovers. The Govt must not allow foreign interests to take control of any Indian corporate at this time of national crisis.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 12, 2020
एचडीएफसी बैंक नहीं, हाउसिंग फायनेंस कंपनी
असल में एचडीएफसी बैंक और हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचडीएफसी) अलग कंपनियां हैं। एचडीएफसी असल में एचडीएफसी बैंक की मूल कंपनी है, लेकिन अब दोनों अलग-अलग कॉरपोरेट ईकाई हैं। एचडीएफसी में शेयर खरीदने का मतलब यह नहीं कि एचडीएफसी बैंक में किसी ने हिस्सेदारी खरीदी है।