Supreme Court: हो सकेगा BS-IV वाहनों का रजिस्ट्रेशन

Lockdown: 29, 30 और 31 मार्च को लॉकडाउन के दौरानबिके 2.5 लाख से अधिक बीएस-4 वाहन, कोर्ट ने दी रजिस्ट्रेशन की अनुमति

Updated: Aug 14, 2020, 07:28 AM IST

photo Courtesy: car and bike
photo Courtesy: car and bike

नई दिल्ली। BS-IV मानक वाले वाहनों के पंजीकरण मामले में गुरुवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने देशभर के हजारों वाहन मालिकों को राहत दी है। कोर्ट ने लॉकडाउन के कारण 31 मार्च की समय सीमा से पहले BS-IV वाहनों को पंजीकृत नहीं कराने वाले लोगों को रजिस्ट्रेशन कराने की अनुमति दे दी है। हालांकि कोर्ट ने साफ किया है कि केवल उन BS-IV वाहनों को पंजीकृत किया जाएगा जिन्हें लॉकडाउन से पहले बेचा गया हो और ई-वाहन पोर्टल पर अपलोड किया गया हो। यानी कि लॉकडाउन के बाद बेचे गए BS-IV वाहनों के रजिस्ट्रेशन पर रोक बरकरार रहेगी।

गुरुवार को इस मामले पर सुनवाई के दौरान जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा, 'जो गाड़ियां लॉकडाउन से पहले बेची गई हैं और ई वाहन पोर्टल में रजिस्टडर्ड हैं उन्हीं का रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। लेकिन यह दिल्ली-NCR में लागू नहीं होगा। वहीं मार्च के बाद बेचे गए किसी भी वाहन को पंजीकृत नहीं किया जाएगा। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने लॉकडाउन के दौरान हुई वाहनों की बिक्री पर सवाल उठाए और कहा कि यह लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन तो नहीं? क्या ऐसे वाहनों को पंजीकरण की इजाजत दी जा सकती है? इस दौरान कोर्ट को बताया गया कि लोगों ने लोगों ने नवरात्रि के दौरान मुहूर्त के आधार पर वाहन बुक कराए थे। ऐसे में जब अदालत ने पहले 31 मार्च तक पंजीकरण की इजाजत दी थी तो अब इसे घटाकर 26 मार्च नहीं कर सकता।

क्या है पूरा मामला ? 

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व में BS-IV वाहनों की बिक्री और रजिस्ट्रेशन के लिए 31 मार्च 2020 की डेडलाइन तय की थी। इसी के बीच में 22 मार्च को जनता कर्फ्यू था, वहीं 25 मार्च से पीएम मोदी ने कोरोना संकट को देखते हुए देशव्यापी लॉकडाउन लागू कर दिया था। इस दौरान डीलरों के पास बड़ी संख्या में BS-IV टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर गाड़ियां बिक्री के लिए बची थीं। इसलिए डीलर BS-IV वाहनों की बिक्री और रजिस्ट्रेशन की डेडलाइन बढ़ाने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे।

FADA (फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन) का दावा है कि 12 मार्च से 31 मार्च के बीच करीब 1 लाख 34 हजार BS-IV वाहन बेचे गए हैं। सरकारी वकील ने बताया कि 39,000 वाहन e-Vahan पोर्टल में अपलोड नहीं किए गए हैं। सरकार के आंकड़ों से पता चलता है कि अकेले मार्च 29, 30 और 31 तारीखों पर देशभर में 2.5 लाख से अधिक बीएस-4 वाहनों की बिक्री हुई है।