त्रिपुरा: शादी में लट्ठ चलवाने वाले डीएम शैलेश कुमार यादव पर गिरी गाज, निलंबित किए गए

त्रिपुरा में एक शादी के दौरान डीएम शैलेश यादव ने कार्यक्रम रोकने के लिए पहले तो बदसलूकी की, जब उन पर कार्रवाई की गाज गिरी तो फिर माफी भी मांगी, मुख्यमंत्री ने दो सांसदों की कमेटी गठित की, कमेटी वर-वधु पक्ष से मुलाकात कर मामले की जांच करेगी

Updated: Apr 28, 2021, 11:48 AM IST

Photo courtesy: Navbharat times
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अगरतला। शादी कार्यक्रम में डीएम की दादागीरी का वीडियो वायरल होने के बाद त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने सख्ती दिखाई है। इस मामले में सवालों में घिरे शैलेश कुमार यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। सोशल मीडिया पर हुई किरकिरी और खुद पर गाज गिरने के बाद डीएम ने वर वधु के परिवारों से माफी मांगी है।

 

दरअसल मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव मनोज कुमार से मामले की रिपोर्ट तलब की है। इस मामले की जांच के लिए दो सांसदों की कमेटी का गठन किया गया है, जो कि वर-वधु के परिवार से मिलकर मामले की जांच करेगी।

वायरल वीडियो पर डीएम शैलेश कुमार ने सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने किसी की भावना आहत करने के लिए ऐसा नहीं किया है। उन्होंने अपने उस बर्ताव पर माफी भी मांग ली है। दरअसल सोमवार को शादी के दौरान नाइट कर्फ्यू के उल्लंघन के आरोप में उन्होंने शादी समारोह में कार्रवाई की थी। शादी अगरतला के एक मैरिज हॉल में थी। जहां कोरोना काल में शादी समारोह चल रहा था, इसी दौरान पश्चिम त्रिपुरा के डीएम शैलेश यादव अचानक मैरिज हॉल पहुंचे और तय लोगों से ज्यादा लोगों की मौजूदगी की वजह से भड़क गए।

मैरिज हॉल में उस समय कुछ पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। डीएम ने आव देखा ना ताव शादी का परमिशन लेटर भी फाड़ दिया।  और कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन के आरोप में 31 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया था। उनपर दूल्हे को धक्का देने और लोगों से अभद्रता करने का भी आऱोप है। वायरल वीडियो में डीएम शैलेश यादव काफी गुस्से में भी दिखाई दिए थे। डीएम ने कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन करने वालों को वहां से भगा दिया था। डीएम शैलेश यादव पर दूल्हे को धक्का मारकर बाहर निकालने का भी आरोप है। डीएम में बारातियों और घरातियों से अभद्रता भी की। उन पर पुजारी को भी थप्पड़ मारने का आरोप है। इस दौरान डीएम अपने पद की मर्यादा भूलकर अपशब्दों का उपयोग करते नजर आए थे।

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सोशल मीडिया पर अपनी आलोचना होते देख डीएम शैलेश कुमार यादव ने माफ़ी मांगी। उनका कहना है कि सोमवार रात जो कुछ हुआ, उसके लिए वे माफ़ी मांगते हैं, उनका इरादा किसी की भावनाओं को आहत या अपमानित करना नहीं था। अब सोशल मीडिया पर लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि अगर डीएम साहब इतने ही नियम कायदों का पालन अगर चुनाव और कुंभ के दौरान करा पाते, तो देश में कोरोना पर काबू हो जाता। लेकिन  वहां तो उनका बस चला नहीं तो आम जनता पर ही दादागीरि दिखाने लगे।