Urjit Patel: सरकार से अनबन पर छोड़ा था आरबीआई गवर्नर पद

RBIरिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल का खुलासा, रिजर्व बैंक दिवालिया कानून को सख्त बनाना चाहता था और सरकार नहीं थी राजी

Updated: Jul 26, 2020, 10:16 AM IST

नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल ने एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि आखिर किस बात को लेकर उनकी सरकार से अनबन हुई थी, जिसके चलते उन्होंने आरबीआई गवर्नर के पद से इस्तीफा दे दिया।

पटेल ने 24 जुलाई को एक बुक रिलीज कार्यक्रम में बताया कि केंद्र सरकार दिवालिया नियमों में ढील देना चाहती थी, जबकि पटेल इसके लिए राजी नहीं थे। पटेल ने बताया कि इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया क्योंक सरकार इस कानून में अपनी दिलचस्पी खो चुकी थी। उर्जित पटेल सितंबर 2016 से दिसंबर 2018 तक आरबीआई गवर्नर पद पर रहे। जब उन्होंने इस्तीफा दिया तो इसके लिए उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया था। 

उर्जित पटेल ने बताया कि दिवालिया कानून पर अनबन से पहले उनके और केंद्रीय वित्त मंत्री के बीच अच्छे संबंध थे। उन्होंने बताया कि लगभग हर मुद्दे पर उनकी और वित्त मंत्री की राय एक जैसी रहती थी। लेकिन दिवालिया नियमों पर आरबीआई के सर्कुलर के बाद स्थिति पहले जैसी नहीं रही। 

दिवालिया नियमों को लेकर जारी अपने सर्कुलर में आरबीआई ने कहा था ऋण लेने वाले जो लोग ऋण वापस नहीं कर रहे हैं, उन्हें तुरंत डिफॉल्टर घोषित किया जाना चाहिए। लेकिन सरकार इस बात पर सहमत नहीं थी। इस सर्कुलर में यह भी कहा गया था कि जो कंपनी डिफॉल्ट घोषित हो जाएगी उसके प्रमोटर नीलामी प्रक्रिया के दौरान कंपनी की हिस्सेदारी फिर से नहीं खरीद पाएंगे। कुल मिलाकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया दिवालिया कानून को सख्त बनाना चाहता था ताकि कंपनियां अगर जानबूझकर ऋण ना चुकाएं तो उन्हें सबक दिया जा सके। उर्जित पटेल ने बताया कि सरकार चाहती थी कि यह सर्कुलर वापस कर लिया जाए जबकि आरबीआई ने ऐसा करने से मना कर दिया।