अडानी ग्रुप को मिला गंगा एक्सप्रेस वे का ठेका, 17 हजार करोड़ रुपए है बजट

उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले योगी सरकार का अडानी समूह को तोहफा, गंगा एक्सप्रेस वे का 80 फीसदी काम अडानी समूह को मिला, पीएम मोदी ने किया था इसका शिलान्यास

Updated: Dec 22, 2021, 05:29 AM IST

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले अडानी समूह को योगी सरकार की ओर से बड़ा तोहफा मिला है। दरअसल, पीएम मोदी ने पिछले हफ्ते जिस गंगा एक्सप्रेस वे का शिलान्यास किया था उसे बनाने का ठेका अडानी समूह को मिला है। बताया जा रहा है कि 17 हजार करोड़ रुपए बजट वाले इस एक्सप्रेस वे निर्माण का 80 फीसदी काम अडानी समूह को दिया गया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य अडानी ग्रुप की कंपनी AEL (अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड) को सौंपा गया है। कंपनी ने कहा है कि इसे उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPEIDA) से इस परियोजना के तीन बड़े हिस्सों को विकसित करने ठेका मिला है। इसमें बदायूं से हरदोई तक 151.7 KM, हरदोई से उन्नाव तक 155.7 KM और उन्नाव से प्रयागराज तक 157 KM शामिल है।

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इस तरह अडानी समूह गंगा एक्सप्रेस वे में बदायूं से प्रयागराज तक 464 किमी का निर्माण करेगा। गंगा एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट PPP मॉडल के तहत देश की किसी निजी कंपनी को दी गई अब तक की सबसे बड़ी एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट है। इसे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे भी बताया जा रहा है। चुनावी मौसम को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार के लिए यह एक्सप्रेस वे बेहद अहम माना जा रहा है। इसके शिलान्यास के बाद योगी सरकार प्रचार प्रसार में जहां कोई कसर नहीं छोड़ रही वहीं कंस्ट्रक्शन का ठेका अडानी समूह को देना भी शीर्ष नेतृत्व को साधने के रूप में देखा जा रहा है।

बता दें कि विपक्ष लगातार आरोप लगाता रहता है कि मोदी सरकार तीन-चार उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है और सिर्फ उन्हीं को फायदा पहुंचा रही है। इनमें गौतम अडानी का नाम सबसे ऊपर है। खास बात ये है कि साल 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद कारोबार में अडानी समूह ने ही सर्वाधिक पैसे बनाएं हैं। अडानी गुजरात के रहने वाले हैं और उन्हें पीएम मोदी का बेहद करीबी भी माना जाता है। वर्तमान में अडानी समूह के पास 35 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत के 13 ऐसे प्रोजेक्ट हैं जिनके तहत पांच हजार किमी से ज्यादा की सड़कों का निर्माण किया जा रहा है।ऐसे में अब यूपी का सबसे अहम प्रोजेक्ट भी अडानी समूह को देना कई सवाल खड़े कर रहा है।