हम जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक सरकार चाहते हैं, चुनाव की मांग को लेकर ECI से मिला सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल

चुनाव आयुक्त से मुलाकात के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक राज्य जो भारत का ताज है, उसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया।

Updated: Mar 16, 2023, 06:50 PM IST

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक तरीके से विधानसभा चुनाव कराने की मांग तेज हो गई है। गुरुवार को इस संबंध में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयुक्त से मुलाकात की। इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस, नेशल कांफ्रेंस, पीडीपी समेत 13 दलों के नेता शामिल थे।

मुलाकात के बाद जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और एनसी नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि चुनाव आयुक्त ने हमें आश्वासन दिया है कि वे इस मामले को देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक राज्य जो भारत का ताज है, उसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया। हम जम्मू-कश्मीर में एक लोकतांत्रिक सरकार चाहते हैं।

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अब्दुल्ला ने कहा कहा कि आज दिल्ली में 13 दलों के लोग एकत्रित हुए हैं और सभी इस बात पर सहमत हुए कि जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल किया जाना चाहिए। हम सब इस मुद्दे पर एक साथ हैं कि जब स्थिति सामान्य हो गई है तो जम्मू कश्मीर में चुनाव क्यों नहीं कराए जा रहे हैं।

वहीं, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव और राज्य की बहाली के मुद्दे पर सहमत हैं। हम सभी जम्मू-कश्मीर के लोगों के दर्द को साझा करने के लिए श्रीनगर भी जाने के लिए तैयार हैं। कांग्रेस की ओर से इस प्रतिनिधिमंडल में प्रमोद तिवारी शामिल थे।