नाग पंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर के दुर्लभ दर्शन, साल में एक बार खुलता है मंदिर का पट, पूरी होती है मनोकामना

शिवजी को अपनी तपस्या से प्रसन्न करके सर्पों के राजा तक्षक ने पाया था अमरता का वरदान, शिव सानिध्य में रहने के लिए मंदिर में करते हैं निवास, महाकाल के एकांत वास में विघ्न ना हो इसलिए केवल नागपंचमी पर देते हैं नागचंद्रेश्वर के रूप में दर्शन

Updated: Aug 13, 2021, 07:21 AM IST

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शेष शैय्या पर भगवान शिव हैं विराजमान
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3. शेष शैय्या पर भगवान शिव हैं विराजमान

उज्जैन स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर दुनिया का एक मात्र मंदिर है जहां शेष शैया पर महाकाल शिव की प्रतिमा विराजमान हैं। जबकि शेष शैया पर भगवान विष्णु ही विराजमान होते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार नागराज तक्षक स्वयं महाकाल मंदिर में बने इस नागचंद्रेश्वर मंदिर में रहते हैं। यही इस मंदिर की खासियत है। शेष शैया पर विराजे शिवजी के दर्शन से सारे कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।कोरोना से पहले हर साल नागपंचमी पर नागचंद्रेश्वर भगवान के दर्शन करने देश-विदेश से बड़ी संख्या में आते थे। अब उन्हें ऑनलाइन दर्शन से ही संतोष करना पड़ रहा है।यहां विराजी प्रतिमा में नागचंद्रेश्वर भगवान के सात फन हैं। साथ में शिव पार्वती, नंदी कार्तिकेय और भगवान गणेश के साथ सूर्य और चंद्रमा भी शोभायमान हैं।