Bihar Election: मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की आरोपी मंजू वर्मा को JDU से टिकट

अवैध हथियार रखने के मामले पर जाना पड़ा था जेल, फिलहाल जमानत पर बाहर

Updated: Oct 08, 2020, 09:13 PM IST

Photo Courtsey: patrika.com
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भोपाल। बीजेपी के साथ सीटों का बंटवारा होने के बाद, बीते बुधवार को जनता दल यूनाइटेड ने एक साथ बिहार चुनाव के लिए अपने सभी 115 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। इनमें से कुछ नामों पर गंभीर मामले दर्ज हैं। ऐसा ही एक नाम जदयू की चेरिया बरियारपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार मंजू वर्मा का है। जिनका नाम चर्चित मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में आया था।


मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में नाम


गौरतलब है कि मंजू वर्मा 2018 में सामने आए मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की आरोपी हैं। उस समय मंजू वर्मा तत्कालीन नीतीश सरकार में समाज कल्याण विभाग की मंत्री थी। जिसके बाद जनता दल यूनाइटेड ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था। इस घटना के बाद नीतीश कुमार सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। मंजू वर्मा पर आरोप लगा कि सामाजिक कल्याण विभाग की मंत्री होते हुए भी उनकी नाक के नीचे बालिका गृह कांड जैसी घटना घटी। तब सरकार पर मंजू वर्मा से इस्तीफा लेने का दबाव बन रहा था। हालांकि दबाव के बावजूद भी कई दिनों के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया था।

जाना पड़ा था जेल 

आपको बता दें 2018 में मुजफ्फरपुर बालिका गृह में 34 लड़कियों के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई थी। इस पूरे मामले में कथित रूप से मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा के शामिल होने की बात सामने आई थी।

मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की जांच के सिलसिले में सीबीआई छापे के दौरान मंजू वर्मा के आवास से अवैध हथियार मिलने पर उन पर और उनके पति पर आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी के बाद पुलिस ने मंजू वर्मा पर दबाव बढ़ाया था। जिसके बाद उन्होंने अपने पति के साथ सरेंडर किया था। तब मंजू वर्मा तो अपने पति के साथ जेल जाना पड़ा था, हालांकि अब दोनों जमानत पर बाहर हैं।