Vivek Tankha : चीन के खिलाफ एनिमी प्रॉपर्टी एक्ट लगाएं
India China Dispute : चीन का भारत के साथ दोस्ताना व्यवहार नहीं है,हमें चीन के साथ व्यापार पर विराम लगा देने चाहिए।
कांग्रेस नेता व राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने मोदी सरकार से चीनी निवेश के विरूद्ध एनिमी प्रॉपर्टी एक्ट लगाने की अपील की है। कांग्रेस नेता विवेक तन्ख़ा ने इस बाबत केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा है। उन्होंने लिखा है कि चीन ने हमेशा ही हमारे साथ दुश्मनी भरा रवैया ही अख्तियार किया है, ऐसे में अब समय आ गया है कि हम भी चीन पर लगाम लगाएं। हमें चीन के साथ व्यापार पर विराम लगा देने चाहिए।
कांग्रेस नेता विवेक तन्ख़ा ने अपने पत्र में कहा है कि चीन ने हमेशा ही हमारे साथ दुश्मनी भरा रवैया ही अख्तियार किया है। 1962 के बाद से ही चीन लगातार भारत के खिलाफ काम कर रहा है। लंबे अरसे से चीन पाकिस्तान का बचाव और उसको संरक्षित करते आया है। आईएसआई को आतंकवादी गतिविधियों में भी चीन का समर्थन प्राप्त होता है। तन्ख़ा ने कहा कि चूंकि चीन का भारत के साथ दोस्ताना व्यवहार नहीं है, ऐसे में हमें चीन के साथ व्यापार पर विराम लगा देने चाहिए।
Apply the prov. of Enemy Property Act on Chinese investments. China & Pak 2 enemy States per the website of Custodian of Enemy Property:: GOI take this fwd & also include invt. made in last few decades :: it’s time to take desisive & swift action - Appeal to GOI. pic.twitter.com/oYwFrmLITB
— Vivek Tankha (@VTankha) June 23, 2020
सांसद तन्ख़ा ने सरकार से कहा है कि तन्ख़ा ने कहा कि चीन के खिलाफ कड़े कदम उठाने का वक़्त आ गया है। भारत को एक कदम आगे बढ़कर अब एक्ट में संशोधन कर पिछले कुछ दशक में चीन द्वारा किए गए निवेश को भी इस एक्ट में शामिल करना चाहिए। एनिमी प्रॉपर्टी एक्ट, डिफेंस ऑफ इंडिया एक्ट 1962 के तहत शत्रु देश को परिभाषित करता है। इसके मुताबिक कोई भी व्यक्ति या देश अगर सीमा का उल्लंघन या बाहरी आक्रमण करता है, उसे भारत का शत्रु माना जाएगा। इतना ही नहीं अगर कोई देश किसी दूसरे देश या उस देश के व्यक्ति को बाहरी आक्रमण करने में अपनी सहायता प्रदान करता है, तो वो देश एक्ट के मुताबिक भारत का शत्रु ही समझा जाएगा। तन्ख़ा ने कहा हाल ही में चीन द्वारा गलवान घाटी में भारत के खिलाफ अपनाया गया रुख, एनिमी एक्ट के तहत चीन को शत्रु घोषित करने के लिए काफी है।
तन्ख़ा ने अपने पत्र में सरकार को आगे सुझाव दिया कि भारत के लिए शत्रु संपत्ति के कस्टोडियन को अधिनियम की धारा 3 के आधार पर नियुक्त किया जा सकता है। कस्टोडियन के पास अधिनियम की धारा 5 ए के तहत दूरगामी शक्तियां हैं, ताकि वह शत्रु संपत्ति की जांच और घोषणा कर सके और अधिनियम की धारा 8 के तहत उससे निपट सके। तन्खा ने दावा किया कि शत्रु संपत्तियों के लिए कस्टोडियन की वेबसाइट में 9406 ऐसी संपत्तियां हैं जिनमें 9280 पाकिस्तान की नागरिक और 126 चीनी नागरिकों की हैं। हालांकि अभी ऐसी 5866 अन्य संपत्तियों के लिए सत्यापन लंबित है। कांग्रेस नेता ने अपने पत्र में याद दिलाया है कि अप्रैल 2019 में, सरकार ने भारत के लिए शत्रु संपत्ति के लिए कस्टोडियन के माध्यम से 1,874 करोड़ की संपत्ति बेची, जिसमें से 1,100 करोड़ रुपये दुश्मन के शेयरों की बिक्री से आए।
चीन के साथ व्यापार घाटा कम करने का समय आ गया है
कांग्रेस नेता विवेक तन्ख़ा ने अपने पत्र में सरकार को चीन के साथ अपने व्यापार घाटे को घटाने की याद भी दिलाई है। तन्ख़ा ने कहा कि मार्च 2020 तक भारतीय कम्पनियों में चीन का निवेश लगभग 3,257 करोड़ है। तन्ख़ा ने कहा कि अप्रैल 2019 से फरवरी 2020 तक चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा 46 बिलियन डॉलर रहा है। ऐसे समय में जब चीन लगातार भारत के विरूद्ध काम कर रहा है, हमें कड़ा रुख अपनाते हुए चीन के निवेश को प्रतिबंधित कर देना चाहिए। निवेश को प्रतिबंधित करने से चीन के साथ व्यापार घाटा भी कम हो जाएगा।