MP Congress : भिंड से उठी प्रजातंत्र को बचाने की गुहार

BJP Dirty politics : वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर FIR का विरोध, राज्यपाल से प्रदेश में प्रजातंत्र को बचाने की गुहार

Publish: Jun 17, 2020, 08:48 PM IST

मध्‍य प्रदेश की भाजपा सरकार ने कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और पूर्व मुख्‍यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित एक दर्जन कांग्रेस नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। कांग्रेस का कहना है भाजपा गलत राजनीतिक परिपाटी को जन्‍म दे रही है। कार्रवाई Fake Video बनाने वाले पर होनी चाहिए। भाजपा की इस Dirty politics पर भिंड ज़िला कांग्रेस ने राज्यपाल से प्रदेश में प्रजातंत्र को बचाने की गुहार लगाई है।

प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ताओं में गुस्‍सा

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह सहित एक दर्जन लोगों पर भाजपा द्वारा करवाई गई एफआईआर का प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष कमलनाथ सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध किया है। कांग्रेस का कहना है कि खुद शिवराज सिंह चौहान ने कई बार गलत ट्वीट और जानकारियां प्रसारित की है। कांग्रेस के नेताओं की छवि बिगाड़ी है मगर कांग्रेस ने पुलिस मे शिकायत नहीं की है। कांग्रेस नेताओं पर एफआईआर दर्ज करवा कर भाजपा बदले की राजनीति शुरू कर रही है। प्रदेश अध्‍यक्ष कमलनाथ का कहना है कि Fake Video बनाने वाले पर कार्रवाई होनी चाहिए। जबकि भाजपा जानबूझ कर दिग्विजय सिंह को निशाना बना रही है। इसी आक्रोश में भिंड जि‍ला कांग्रेस ने राज्यपाल से प्रजातंत्र को बचाने की गुहार लगाई है। ज्ञापन देने वालों में भिंड जिला कांग्रेस अध्‍यक्ष जयश्रीराम बघेल, युवा नेता देवाशीष जरारिया, संतोष त्रिपाठी, नरेंद्र चौधरी, महेश जाटव, रेखा भदौरिया शामिल थे। राज्यपाल को लिखे ज्ञापन में वरिष्ठ कांग्रेस नेता नेता दिग्विजय सिंह और अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर लगे झूठे आरोपों को खत्म करने के लिए निर्देश देने का आह्वान किया है। ज़िला कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा ने सत्ता का दुरुपयोग कर वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर झूठा एफआईआर दर्ज कराया है। ताकि प्रदेश में विपक्ष की आवाज़ को दबाया जा सके।

जिला कांग्रेस ने राज्यपाल को भेजे अपने ज्ञापन में इस बात से अवगत कराया है कि कांग्रेस ने कभी भी भाजपा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। दरअसल ज्ञापन में ज़िक्र किया गया है कि लोकसभा चुनाव के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक एडिटेड और फर्जी वीडियो ट्वीट किया था। इसके बावजूद प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

कांग्रेस ने हमेशा विपक्ष का सम्मान किया है

ज़िला कांग्रेस कमेटी भिंड ने अपने ज्ञापन में इस बात का उल्लेख किया है कि कांग्रेस ने हमेशा विपक्ष का सम्मान किया है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का ज़िक्र करते हुए ज्ञापन में उल्लेखित किया है कि राजीव गांधी ने विपक्ष के नेता अटल बिहारी वाजपेई को दोनों घुटने का ऑपरेशन कराने के लिए शासकीय खर्चे पर विदेश भेजा था। तो वहीं दिग्विजय सिंह ने अपने मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान कभी भी विपक्ष का कोई भी काम करने से इंकार नहीं किया।

देवाशीष जरारिया ने एसपी को लिखा पत्र 

कांग्रेस के पूर्व लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी देवाशीष जरारिया ने भिंड ज़िला के पुलिस अधीक्षक और मध्य प्रदेश के डीजीपी को पत्र लिखा कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ शिकायत की है। दरअसल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी का एक एडिटेड वीडियो अपने ट्वीटर हैंडल से पोस्ट कर राहुल गांधी की आलोचना की थी। जरारिया ने डीजीपी और भिंड पुलिस अधीक्षक को यह बताया है कि जैसे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उसी हिसाब से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। देवाशीष जरारिया ने कहा है कि जैसे बिना वीडियो के स्रोत का पता लगाए दिग्विजय सिंह और अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है उसी तर्ज़ पर मुख्यमंत्री के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।

शिवराज सिंह चौहान ने क्या कहा था?

शिवराज सिंह चौहान ने पिछले साल 16 मई को राहुल गांधी का एक एडिटेड वीडियो ट्वीट किया था। इस वीडियो में राहुल गांधी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की जगह भूपेश बघेल को बोलते हुए नज़र आ रहे हैं। शिवराज ने ट्वीट कर कहा था कि 'अरे, ये क्या राहुल जी भाषण में ही सही समय पर किसानों का कर्ज़ माफ़ न करने के चलते आखिर आपने मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बदल ही दिया क्या बात है। आप जैसे महान व्यक्ति ऐसा काम चुटकी में कर सकते हैं।'

साइबर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हो

कांग्रेस का दावा है कि राहुल के इस वीडियो में कांटी छांट कर इसको पेश किया गया है। इसलिए शिवराज सिंह चौहान का यह कृत्य अपराध कुटरचना, धोखाधड़ी सहित मानहानि के दायरे में आता है। अतः मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ साइबर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होना चहिए।