MP cabinet expansion : प्रदेश कार्यालय पहुंचा BJP कार्यकर्ताओं का आक्रोश
BJP Politics : बीजेपी के वरिष्ठ नेता नहीं बन पाए मंत्री, इंदौर, देवास, जावरा में आक्रोश, सागर में जल समाधि

गुरुवार को हुए शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार में जगह न मिलने से बीजेपी के तमाम वरिष्ठ विधायकों में नाराज़गी व्याप्त है। नाराज़गी का आलम यह है कि रायसेन, मंदसौर, इंदौर, देवास, जावरा और सागर के तमाम वरिष्ठ भाजपा विधायकों ने अपनी ही पार्टी के फैसले के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
लगभग तीन महीने के बाद शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ और इसमें 28 मंत्री बनाए गए। लेकिन बीजेपी विधायक और उनके समर्थक अपनी उपेक्षा से नाराज़ हैं। शिवराज के मंत्रिमंडल में सिंधिया गुट के 9 विधायक मंत्री शामिल किए गए हैं। जबकि बीजेपी के कई सीनियर नेताओं को मायूस होना पड़ा है।
जावरा में इस्तीफों का दौर
रतलाम ज़िले की जावरा विधानसभा सीट से तीन बार के विधायक राजेंद्र पांडेय का मंत्री बनना तय था। मगर उन्हें मंत्रिमण्डल में जगह न मिलने से उनके समर्थक खासे नाराज़ हैं। नाराज स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इस्तीफे देने शुरू कर दिए हैं। बीजेपी पिछड़ा मोर्चा मंडल अध्यक्ष हिम्मत परिहार, ग्रामीण मंडल मीडिया प्रभारी अनिल जैन, युवा मोर्चा महामंत्री महेश दिया समेत दर्जन भर पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया के ज़रिए ही अपने इस्तीफे दे दिए हैं। जावरा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश नाथ काटजू की सीट है। इसी सीट से कांग्रेस की सरकार में दो मंत्री भी अब तक बनाए गए हैं। लेकिन बीजेपी ने यहां से 6 बार चुनाव जीतने के बावजूद यहां के किसी भी विधायक को अपने मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी है।
सागर नरयावली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के अनुसूचित जाति वर्ग के विधायक प्रदीप लारिया समर्थकों ने भोपाल प्रदेश बीजेपी कार्यालय पहुंच कर नाराजगी जताई। उन्होंने प्रदीन लारिया को मंत्री न बनाए जाने पर प्रदर्शन किया।
सागर में कार्यकर्ताओं ने ली जल समाधि
सागर के विधायक शैलेन्द्र को मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर उनके समर्थक जल समाधि लेने के लिए उतर गए। उधर देवास की विधायक गायत्री राजे पवार को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से उनके समर्थक सड़क पर उतर गए। मंत्री नहीं बनाए जाने के विरोध में गायत्री राजे के समर्थकों ने देवास के सयाजी द्वार पर इकट्ठा हो कर जमकर नारेबाज़ी की। जबकि 2 जुलाई को मंत्रिमंडल विस्तार के ठीक बाद इंदौर में विधायक रमेश मेंदोला को मंत्री नहीं बनाए जाने के खिलाफ पार्टी के ज़िला कार्यालय के सामने उनके समर्थक ने आत्मदाह करने की कोशिश की थी।