BSNL की शानदार वापसी, 17 साल बाद मुनाफे में लौटी सरकारी टेलीकॉम कंपनी

BSNL ने 17 साल बाद 262 करोड़ रुपये का तिमाही मुनाफा दर्ज किया, जिससे कंपनी घाटे से उबरते हुए मजबूत स्थिति में आई है। दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसे महत्वपूर्ण मोड़ बताया।

Updated: Feb 17, 2025, 05:14 PM IST

नई दिल्ली। सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL ने बिजनेस में शानदार वापसी की है। वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में कंपनी ने 262 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। 17 साल में यह पहला मौका है जब कंपनी मुनाफे में आई है। आखिरी बार 2007 में BSNL किसी तिमाही bमें प्रॉफिटेबल रही थी। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसकी जानकारी दी।

4G कनेक्टिविटी पर सिंधिया ने बताया कि कंपनी अब देश भर में अपने सभी ग्राहकों को 4G सर्विस प्रोवाइड करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। टारगेट के कुल 100,000 टावरों में से लगभग 75,000 टावर लगाए जा चुके हैं, और लगभग 60,000 शुरू भी हो चुके हैं। हमें उम्मीद है कि इस साल जून तक सभी 100,000 टावर चालू हो जाएंगे।

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सिंधिया ने बताया कि यह BSNL के लिए एक महत्वपूर्ण टर्निंग प्वाइंट है। BSNLने कई मामलों में सुधार दर्ज किया है। इसमें मोबिलिटी, FTTH और लीज्ड लाइन सर्विस ऑफरिंग तीनों का ग्रोथ शामिल है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस साल न केवल पूरे वित्त वर्ष के लिए चौथी तिमाही के अंत में रेवेन्यू बढ़ेगा, बल्कि खर्च को भी काबू में रखा जाएगा। पिछले साल के आंकड़ों से घाटे को भी कम करने की कोशिश रहेगी।

भारत में 19 अक्टूबर 2002 से BSNL मोबाइल सर्विस की शुरुआत की थी। लॉन्च होने के मात्र 1-2 सालों में ये भारत की नंबर वन मोबाइल सर्विस बन चुकी थी। निजी कंपनियों ने BSNL के लॉन्च के महीनों पहले मोबाइल सेवाएं शुरू कर दी थीं, लेकिन BSNL के 'सेलवन' ब्रांड की मांग काफी बढ़ गई थी।

जब BSNL की सर्विसेज की शुरुआत हुई, उस वक्त प्राइवेट ऑपरेटर 16 रुपए प्रति मिनट कॉल के अलावा 8 रुपए प्रति मिनट इनकमिंग के भी पैसे चार्ज करते थे। BSNL ने इनकमिंग को फ्री किया और आउटगोइंग कॉल्स की कीमत डेढ़ रुपए तक हो गई। 2002-2005 का ये वक्त BSNL का सुनहरा दौर था।