7 महीने बाद ओलंपिक लेकिन कोई गंभीर नहीं, बजरंग पुनिया ने की कुश्ती गतिविधियां शुरू करने की मांग
कुश्ती का काम पिछले कई महीनों से ठप पड़ा हुआ है। खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए न तो कोई नेशनल आयोजित किया गया है और न ही कोई कैंप लगाया गया है: बजरंग पुनिया
नई दिल्ली। साल 2023 में भारत में कुश्ती काफी चर्चा में रहा। हालांकि, ऐसा सकारात्मक वजहों से नहीं बल्कि पहलवानों के धरने और कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर लगे आरोपों की वजह से रहा। अगले साल ओलंपिक होने वाला है लेकिन विवादों के कारण कुश्ती गतिविधियां ठप हैं। भारत के स्टार पहलवान बजरंग पुनिया ने केंद्र सरकार से कुश्ती गतिविधियां शुरू करने की मांग की है।
बजरंग पुनिया ने ट्वीट किया, 'पिछले कई महीना से कुश्ती का कामकाज ठप है। न कोई नेशनल हुआ है और न ही खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए कैम्प लगे हैं। 7 महीने बाद ओलंपिक खेल भी हैं लेकिन कोई भी ओलंपिक के लिए गंभीर नहीं दिख रहा जबकि पिछले चार ओलंपिक्स में कुश्ती ने लगातार चार मेडल दिए हैं। खेल मंत्रालय से निवेदन है कि आप जल्दी से जल्दी कुश्ती की सारी गतिविधियां शुरू करवाइए ताकि खिलाड़ियों का भविष्य बचाया जा सके।'
पिछले कई महीना से कुश्ती का कामकाज ठप है. न कोई नेशनल हुआ है और न ही खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए कैम्प लगे हैं. 7 महीने बाद ओलंपिक खेल भी हैं लेकिन कोई भी ओलंपिक के लिए गंभीर नहीं दिख रहा जबकि पिछले चार ओलंपिक्स में कुश्ती ने लगातार चार मेडल दिए हैं.
— Bajrang Punia (@BajrangPunia) December 30, 2023
खेल मंत्रालय से निवेदन…
बता दें कि पहलवानों के धरने और कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर लगे आरोपों की वजह से कुश्ती संघ को एक बार फिर निलंबित कर दिया गया है और तदर्थ समिति कुश्ती की देखरेख कर रही है। छह महीने बाद पेरिस में ओलंपिक होना है। ऐसे में पहलवान अब उस जगह से ध्यान हटाकर कुश्ती में लगाना चाहते हैं। हालांकि, ओलंपिक की तैयारियों को लेकर केंद्र सरकार गंभीर नहीं है।