भारतीय महिला पायलट रचेंगी इतिहास, पहली बार भरेंगी नॉर्थ पोल के ऊपर से उड़ान

एयर इंडिया की पायलट कैप्टन जोया अग्रवाल और उनकी टीम 16 हजार किलोमीटर की दूरी तय करके पहुंचेंगी बेंगलुरु, सबसे लंबे एयर रूट पर उड़ान भरते हुए नॉर्थ पोल से भी गुजरेंगी

Updated: Jan 10, 2021, 12:31 AM IST

Photo Courtesy: twitter
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एयर इंडिया की महिला शक्ति का कारनामा पूरी दुनिया देखने वाली है। एयर इंडिया की पायलट कैप्टन ज़ोया अग्रवाल, कैप्टन पपागड़ी तनमय, कैप्टन आकांशा सोनवरे और कैप्टन शिवानी मन्हास और सभी महिला कॉकपिट क्रू सैन फ्रांसिस्को और बेंगलुरु के बीच ऐतिहासिक उद्घाटन उड़ान का संचालन कर रही हैं। यह उड़ान सैन फ्रांसिस्को से भारत के लिए रवाना हो चुकी है। 16 हजार किलोमीटर का सफर तय करके सोमवार 11 जनवरी को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुबह करीब 3.45 मिनट पर बेंगलुरु में लैंड करेगी।

एयर इंडिया की यह सबसे लंबी नॉन स्टॉप कॉमर्शियल फ्लाइट का संचालन है। पहली बार इसकी कमान महिलाओं के हाथ में हैं। इस टीम में चार महिला पायलट हैं, एयर इंडिया की कप्तान जोया अग्रवाल की अगुवाई में थनमई पापागिरि, सोनवने आकांशा और शिवानी मन्हास की टीम यह रिकॉर्ड बनाने जा रही हैं। 

इस बीच इनका विमान नार्थ पोल पर उड़ान भरेगा। नार्थ पोल पर उड़ान भरना काफी चुनौतीपूर्ण माना जाता है। यहां के बारे में कहा जाता है कि यहां कंपास 180 डिग्री घूम जाता है। नार्थ पोल पर उड़ान भरने के लिए एयरलाइन कंपनियां अपने सबसे ज्यादा अनुभवी पायलटों पर भरोसा करती हैं। इस बार एअर इंडिया ने सैन फ्रांसिस्को से बेंगलुरु तक के ध्रुवीय मार्ग से यात्रा के लिए एक महिला कैप्टन को जिम्मेदारी सौंपी है।

साल 2013 में जोया अग्रवाल बोइंग 777 विमान उड़ाने वाली सबसे कम उम्र की कैप्टन बनी थीं। अब वे नॉर्थ पोल के उपर से उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की पहली महिला पायलट बनने जा रही हैं। इससे पहले एयर इंडिया के पायलट नॉर्थ पोल रूट से उड़ान भर चुके हैं, पर यह एयर इंडिया के इतिहास में यह पहली बार है जब नार्थ पोल के ऊपर से सिर्फ महिला पायलट विमान उड़ाएंगी।

अपने इस ऐतिहासिक सफर के बारे में कैप्टन जोया का कहना है कि यह जिम्मेदारी पाकर वे खुद को खास महसूस कर रही हैं। एक बोइंग 777 इनॉगुरल SFO-BLR, उत्तरी ध्रुव के ऊपर से उड़ाना और दुनिया की सबसे लंबी उड़ानों में से एक की कमान संभालना एक गोल्डन मौका है।

ज़ोया के पास 8 हजार से अधिक घंटे उड़ान का अनुभव है। वे बी -777 विमान में 10 साल से अधिक और 2,500 से अधिक उड़ान घंटों में कमान सम्हाल चुकी हैं। वे साल 2013 में बोइंग -777 उड़ाने वाली सबसे कम उम्र की महिला पायलट बनी थीं। ज़ोया का कहना है कि महिलाओं को अपने ऊपर भरोसा रखना चाहिए, भले ही उन्हें सामाजिक दबावों का सामना करना पड़े। उन्हें किसी भी काम को असंभव नहीं समझना चाहिए।