छत्तीसगढ़ में EVM से नहीं होंगे निकाय और पंचायत चुनाव, बैलेट पेपर से मतदान कराने संबंधी दिशा निर्देश जारी
विपक्षी दल कांग्रेस ने भी बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने का स्वागत किया है। बैलेट पेपर से चुनाव कराने पर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष धनेंद साहू ने कहा कि चलिए देर से ही सही, लेकिन उन्हें सद्बुद्धि आई।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में शहरी निकाय और पंचायत चुनावों की तैयारी ने जोर पकड़ लिया है। इन चुनावों का आयोजन सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं से पहले किया जाना है। राज्य के डिप्टी सीएम शहरी प्रशासन मंत्री अरुण साव ने शुक्रवार को ऐलान करते हुए कहा कि, इस बार पारंपरिक बैलेट पेपर प्रणाली से मतदान कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि ईवीएम की तैयारी में हो रही देरी के कारण यह निर्णय लिया गया है।
मंत्री साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार और चुनाव आयोग चुनाव प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बैलेट पेपर प्रणाली में बदलाव के साथ आने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए यह रणनीतिक योजना बनाई जा रही है। यह कदम चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया गया है।
विपक्षी दल कांग्रेस ने भी बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने का स्वागत किया है। बैलेट पेपर से चुनाव कराने पर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष धनेंद साहू ने कहा कि चलिए देर से ही सही, लेकिन उन्हें सद्बुद्धि आई। हम तो हमेशा से ही यह कहते आए हैं। बीजेपी की बैठक और नितिन नबीन के दौरे पर साहू ने कहा कि अभी उनके मंडल के चुनाव हो रहे हैं। कई जगहों पर लड़ाई-झगड़े सामने आ रहे हैं। इससे लग रहा है कि कार्यकर्ताओं के ऊपर नेता थोपे जा रहे हैं। इसीलिए कार्यकर्ताओं में नाराजगी है।
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EVM की बजाय बैलेट पेपर से चुनाव कराने को लेकर मतपत्रों की छपाई के लिए दरें और निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके अनुसार, महापौर और अध्यक्ष पदों के लिए मतपत्रों का मुद्रण स्थानीय स्तर पर किया जाएगा, जिससे निर्वाचन प्रक्रिया को सुगम और समय पर संपन्न किया जा सके। यह कदम चुनावों में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।