बीजेपी शासन के समय छत्तीसगढ़ में आए थे इजराइली कंपनी NSO के अधिकारी, भूपेश बघेल ने किया बड़ा खुलासा

बघेल ने कहा कि पेगासस बनाने वाली कंपनी NSO के कुछ अधिकारी छत्तीसगढ़ में बीजेपी शासन के समय आए थे, यहां उन्होंने कुछ लोगों से मुलाकात की थी, हालांकि डील किस बात को लेकर हुई, इस पर अभी कुछ भी कहना संभव नहीं है

Updated: Jul 22, 2021, 06:06 AM IST

रायपुर। पेगासस जासूसी कांड में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा खुलासा किया है। भूपेश बघेल ने कहा है कि पेगासस बनाने वाली इजराइली कंपनी NSO के कुछ अधिकारी बीजेपी शासन के समय में छत्तीसगढ़ आए थे। बघेल ने कहा कि NSO के अधिकारियों ने यहां आकर कुछ लोगों से मुलाकात की भी थी। भूपेश बघेल ने इस पूरे मामले की जांच करने के लिए एक कमेटी गठित करने का भी एलान किया है। 

भूपेश बघेल ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार के पास इस बात की पुख्ता जानकारी है कि राज्य में बीजेपी के शासनकाल के दौरान पेगासस स्पाइवेयर बनाने वाली इजराइली कंपनी NSO के कुछ अधिकारी छत्तीसगढ़ आए थे। बघेल ने कहा कि ये अधिकारी किसी सीक्रेट मिशन पर आए थे। 

हालांकि बघेल ने कहा कि NSO के अधिकारियों ने किन लोगों से मुलाकात की? उनके साथ क्या डील हुई? इस पर अभी कुछ भी कहना संभव नहीं है। लेकिन मसला यही है कि वे यहां आए थे। बघेल ने बीजेपी शासन के दौरान मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि रमन सिंह को इस मसले पर स्पष्टीकरण देना चाहिए कि आखिर इजराइली कंपनी के अधिकारियों ने किन लोगों से और क्यों मुलाकात की? उनके बीच किस बात को लेकर डील हुई? 

भूपेश बघेल ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान इस पूरे मसले पर एक कमेटी गठित करने की घोषणा की। बघेल ने कहा कि इस पर जांच करने के लिए हमारी सरकार एक कमेटी गठित करेगी। जो कि NSO के अधिकारियों की मुलाकात और डील सहित हर मसले पर जांच करेगी। 

2019 में जब पेगासस स्पायवेयर द्वारा व्हाट्सएप के जरिए छत्तीसगढ़ के सौ सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी की बात सामने आई थी, उस दौरान भी भूपेश बघेल सरकार ने एक कमेटी गठित की थी। उस दौरान एक तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई, लेकिन कमेटी ने अब तक अपनी जांच के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।

पेगासस जासूसी कांड में हुए हालिया खुलासों के संबंध में भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार से जांच करने की मांग की। बघेल ने कहा कि इस पूरे मामले पर जांच करने की आवश्यकता है। बघेल ने NSO का जिक्र करते हुए कहा कि जब कंपनी खुद यह कह रही है कि वो अपनी सेवाएं सिर्फ विभिन्न देश की सरकारों को ही मुहैया कराती है, ऐसे में इस पूरे प्रकरण में भारत सरकार की भूमिका पर सवाल उठना लाजमी है।