छत्तीसगढ़ के इस गांव के हर घर में हैं यू-ट्यूबर, एडिटिंग के लिए जिला प्रशासन से बनाया स्टूडियो

गांव वालों को वीडियो एडिटिंग के लिए शहर आना पड़ता था तो जिला प्रशासन ने गांव में ही स्टूडियो बनवा दिया ।

Publish: Sep 07, 2023, 04:41 PM IST

Image courtesy- Reuters
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रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 58 किमी दूर स्थित तुलसी नेवरा गांव इन दिनों चर्चा में है। इसका मुख्य कारण यहां के यू-ट्यूबर्स हैं। इस गांव में हर घर में कोई न कोई यू-ट्यूबर है। यहां तकरीबन 60 नौजवान, बच्चे, बूढ़े और महिलाएं वीडियो और रील्स में अपना अभिनय कर रही हैं। वहीं, इस गांव के 40 से अधिक यू-ट्यूब चैनल हैं, जिनके सबस्क्राइबर लाखों में हैं और इनके बनाए वीडियो में 3 करोड़ से ज्यादा व्यू मिल चुके हैं।

गांव में वीडियो एडिटिंग की सुविधा ना होने के कारण ग्रामीणों को राजधानी रायपुर आना पड़ता है। ग्रामीणों की इस परेशानी को दूर करने के लिए जिला प्रशासन ने बड़ा बड़ा पहल है। जिला प्रशासन इन यूट्यूबर्स के लिए तुलसी गांव में ही एक विशेष स्टूडियों 'हम फ्लिक्स' की शुरुआत करने जा रही है। जिसका उद्घाटन रायपुर कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे द्वारा किया गया। 

इस मौक़े पर कलेक्टर भूरे ने बताया कि इस स्टूडियो के माध्यम से यहां के युवाओं के टैलेंट और उनके माध्यम से अन्य युवाओं को प्रोत्साहन मिलेगा। कलेक्टर ने कहा कि हम यहां 15 लाख रुपए की लागत से डिजिटल स्किल सेंटर भी डीएमएफ के माध्यम से बनाएंगे, जहां यूट्यूब और सोशल मीडिया से जुड़े युवा डिजिटल मार्केटिग, ग्राफिक डिजाइनिंग, एसईओ जैसे स्किल्स सीख पाएंगे। वहीं, स्टूडियो में ऑडियो लैब भी बनाया गया है। जहां ऑडियो मिक्सर सॉफ्टवेयर और उपकरण से क्रिएटर्स आसानी से ऑडियो रिकॉर्डिंग और मिक्सिंग कर पाएंगे साथ ही पॉडकास्टिंग भी कर पाएंगे। 

तुलसी गांव का यह हमर फ्लिक्स स्टूडियो यूट्यूबर्स और क्रिएटर्स के लिए आवश्यक उपकरण से लैस है। जहां अत्याधुनिक कैमरे, ड्रोन कैमरे, हाइएंड कंप्यूटर जैसे उपकरण जिला प्रशासन ने उपलब्ध कराए हैं। शूटिंग के साथ-साथ एडिटिंग के लिए भी सॉफ्टवेयर्स की व्यवस्था की गई है। यह स्टूडियो जिला प्रशासन और सीएसआर हाईटेक द्वारा बनाया गया है।