रुपए में गिरावट बरकरार, डॉलर के मुकाबले पहली बार 77.81 के लेवल पर लुढ़का रुपया

गुरुवार को रुपया नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई, डॉलर की तुलना में भारी गिरावट के साथ यह 77.81 के स्तर पर आ गया, जो अबतक का सबसे निचला स्तर है

Updated: Jun 09, 2022, 11:34 AM IST

नई दिल्ली। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा रुपये में गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है। गुरुवार को रुपया नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई। डॉलर की तुलना में भारी गिरावट के साथ यह 77.81 के स्तर पर आ गया, जो एक डॉलर के मुकाबले रुपया का सबसे निचला लेवल है। इससे पहले रुपये का सबसे लोअर लेवल 77.79 रुपये था जो 17 मई 2022 को देखा गया था।

दरअसल कच्चे तेल के दाम 13 हफ्ते के उच्चतम स्तर पर जा पहुंचा है। मई में चीन से एक्सपोर्ट बढ़ा है। अमेरिका में भी कच्चे तेल की डिमांड बढ़ने की उम्मीद है यही वजह है कि डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी देखी जा रही है। क्लोजिंग लेवल की बात करें तो बुधवार 8 जून 2022 को विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते रुपया एक डॉलर के मुकाबले 7 पैसे की गिरावट के साथ अपने एतिहासिक निचले स्तर 77.73 रुपये पर गिरकर बंद हुआ था।

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रुपये में जारी गिरावट के बीच एक रिपोर्ट में विशेषज्ञों के हवाले से कहा गया है कि डॉलर के मुकाबले रुपया आने वाले दिनों में 81 के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच सकता है। यानी अभी इसमें और गिरावट दर्ज की जा सकती है। हालांकि, इस बीच उन्होंने संभावना जताई है कि इस स्तर तक टूटने के बाद रुपये में फिर से बढ़ोतरी संभव है। गौरतलब है कि रुपये के टूटने से कई क्षेत्रों में असर देखने को मिल सकता है। इसमें तेल की कीमतों से लेकर रोजमर्रा के सामनों की कीमतों में इजाफा दिखाई देगा। 

भारत तेल से लेकर जरूरी इलेक्ट्रिक सामान और मशीनरी के साथ मोबाइल-लैपटॉप समेत अन्य गैजेट्स के लिए दूसरे देशों से आयात पर निर्भर है। अधिकतर मोबाइल और गैजेट का आयात चीन और अन्य पूर्वी एशिया के शहरों से होता और अधिकतर कारोबार डॉलर में होता है। अगर रुपये में इसी तरह गिरावट जारी रही तो देश में आयात महंगा हो जाएगा।