Kamal Nath: बासमती चावल पर भी झूठ फैला रही BJP

भाजपा सरकार के दौरान ही 5 मार्च 2018 को जीआई रजिस्ट्री ने मध्यप्रदेश को बासमती उत्पादक राज्य मानने से किया था इंकार

Updated: Aug 07, 2020, 06:50 AM IST

भोपाल : मध्यप्रदेश के बासमती चावल को जीआई टैग मामले में कांग्रेस की भूमिका पर सवाल उठा रहे BJP नेताओं को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने जवाब दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी पर हर मामले में झूठ बोलने और झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि मेरी सरकार हमेशा इस बात की पक्षधर रही है कि प्रदेश के बासमती चावल उत्पादन करने वाले को पूरा कीमत दिलाने के लिए हमें जीआई टैग मिले। केन्द्र व राज्य में भाजपा की सरकार के दौरान ही 5 मार्च 2018 को जीआई रजिस्ट्री ने मध्यप्रदेश को बासमती उत्पादक राज्य मानने से इंकार किया था। 

कमलनाथ ने गुरुवार को एक के बाद एक 6 ट्वीट कर कहा, 'मै सदैव प्रदेश के किसानो के साथ खड़ा हूँ , उनके हितो के लिये लड़ता रहूँगा , इसमें कोई सोचने वाली बात ही नहीं है। बासमती चावल को जीआई टैग मिले, इसकी शुरुआत ऐपिडा ने नवम्बर 2008 में की थी। उसके बाद 10 वर्षों तक प्रदेश में भाजपा की सरकार रही। जिसने इस लड़ाई को ठीक ढंग से नहीं लड़ा। जिसके कारण हम इस मामले मे पिछड़े।' 

 

कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ सीएम शिवराज सिंह चौहान के आरोपों को हास्यास्पद बताया है। उन्होंने कहा, 'प्रदेश हित की इस लड़ाई में अपनी सरकार के दौरान 10 वर्ष पिछड़ने वाले आज हमारी 15 माह की सरकार पर झूठे आरोप लगा रहे हैं यब कितना हास्यास्पद बात है। हमने हमारी 15 माह की सरकार में इस लड़ाई को दमदारी से लड़ा। अगस्त 2019 में इस प्रकरण में हमारी सरकार के समय हुईं सुनवाई में हमने दृढ़ता से शासन की ओर से अपना पक्ष रखा था।'

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कमलनाथ ने कहा है कि इस मामले में कांग्रेस-भाजपा वाली कुछ बात नहीं है। उन्होंने पूछा है कि इस हिसाब से तो केन्द्र में भाजपा की सरकार है, फिर मध्यप्रदेश की अनदेखी क्यों हो रही है?' शिवराज सिंह द्वारा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की भूमिका पर सवाल खड़े करने पर कमल नाथ ने कहा है कि वे अपने प्रदेश के किसानों का लड़ाई लड़ रहे हैं।  

इसके पहले सीएम शिवराज ने कहा था कि मध्यप्रदेश के किसान 1908 से बासमती का उत्पादन कर रहे हैं और पंजाब व हरियाणा के निर्यातक खरीदकर इसका लाभ स्वयं ले रहे हैं। यह हमारे किसानों के साथ अन्याय है। इन्हें इनका हक और न्याय मिलना ही चाहिए। उन्होंने पंजाब सीएम से सवाल पूछा था कि उनकी मध्यप्रदेश के किसानों से क्या दुश्मनी है? सीएम ने पंजाब सरकार द्वारा पीएम मोदी को जीआई टैगिंग के मामले में लिखे पत्र को राजनीति से प्रेरित करार दिया था।

ग़ौरतलब है कि बासमती चावल की जीआई टैगिंग पर पंजाब सरकार और मध्य प्रदेश सरकार आमने सामने आ गए हैं।जीआई टैगिंग के मसले पर मध्य प्रदेश सरकार ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा प्रधानमंत्री को लिखे उस पत्र का विरोध किया है जिसमें उन्होंने मध्य प्रदेश को बासमती चावल की जीआई टैगिंग देने पर रोक लगाने की मांग की है।मध्य प्रदेश सरकार ने पंजाब सरकार के इस पत्र पर आपत्ति जताते हुए इसे पूर्णतः राजनीति से प्रेरित बताया है।