भारी विरोध के बीच जॉर्जिया की सरकार ने किया विवादित विधेयक को वापस लेने का ऐलान

इस विधेयक के अनुसार देश में काम करने वाले ऐसे गैर सरकारी संगठन जिन्हें विदेश से 20 फीसदी से अधिक फंडिंग प्राप्त होती है, उन्हें विदेशी एजेंट के तौर पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा

Publish: Mar 10, 2023, 07:04 AM IST

नई दिल्ली। जॉर्जिया में एक विधेयक को लेकर भारी विवाद हो रहा है। जॉर्जिया की जनता अपनी सरकार द्वारा लाए गए एक विधेयक के विरोध में सड़कों पर है। जिस वजह से अब सत्तारूढ़ दल को अपने कदम पीछे खींचने पड़े हैं। सतारूढ़ दल ड्रीम पार्टी ने विधेयक को वापस लेने की घोषणा की है।

जॉर्जिया के सत्तारूढ़ दल ने विदेशी एजेंट नामक विधेयक संसद में पेश किया था। जिसका विपक्षी दल समेत देश की जनता विरोध कर रही थी। विधेयक के विरोध में जनता सड़क पर उतर गई है। जनता के भारी विरोध के बीच सत्तारूढ़ दल ने विधेयक वापस लेने का ऐलान तो कर दिया लेकिन इस पर औपचारिक मुहर लगने तक विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। 

गुरुवार को लगातार तीसरे दिन लोगों का एक भारी हुजूम संसद के बाहर इकट्ठा हो गया और विधेयक के विरोध में प्रदर्शन करने लग गया। लोग जॉर्जिया का झंडा लिए विधेयक का विरोध करने लगे। जिसके बाद प्रशासन ने वॉटर कैनन की बौछार लोगों के ऊपर कर दी। प्रदर्शनकारी विधेयक को वापस लेने और प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा करने की मांग पर अड़े हुए हैं। सरकार शुक्रवार को संसद में इस विधेयक को वापस लेने वाली है। 

दरअसल हाल ही में जॉर्जिया में फॉरेन एजेंट नामक एक विधेयक पेश किया गया है। इसके तहत देश के ऐसे गैर सरकारी संगठन जिन्हें विदेशों से बीस फीसदी फंडिंग मिलती है, उन्हें विदेशी एजेंट के तौर पर खुद का रजिस्ट्रेशन कराना होगा। विपक्षी दल और लोगों का आरोप है कि यह विधेयक आलोचनाओं को दबाने की मंशा से लाया गया है। 

आलोचकों ने इस विधेयक की तुलना रूस में 2012 में पारित हुए एक कानून से की, जिसका रूसी नागरिकों और मीडिया पर नकेल कसने में उपयोग किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फरवरी महीने में कुल 60 फीसदी मीडिया और सामाजिक संगठनों ने इस प्रस्तावित कानून का पालन करने से इनकार कर दिया।