किसी की जुर्रत नहीं जो भारत को कुछ बोले सके: इमरान खान, मरियम बोलीं- इतना पसंद है तो वहीं चले जाओ

इमरान खान ने कहा कि भारतीय एक खुद्दार कौम हैं, वहां मुझे बहुत प्यार मिला, मरियम का पलटवार- भारत में किसी ने भी संविधान, लोकतंत्र और नैतिकता के साथ खिलवाड़ नहीं किया

Updated: Apr 09, 2022, 04:27 AM IST

इस्लामाबाद। पाकिस्तान की इमरान सरकार के सियासी भविष्य का आज फैसला होना है। अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के ठीक पहले इमरान खान ने अवाम को संबोधित किया।इस दौरान उन्होंने अपने खिलाफ साजिश का जिक्र किया। देश के मान-सम्मान का हवाला दिया और भारत की शान में जमकर कसीदे पढ़े। इसपर विपक्षी नेता मरियम ने पलटवार करते हुए कहा कि भारत इतना ही पसंद है तो वहीं चले जाओ।

इमरान खान ने अपने देश के नाम संबोधन के दौरान कहा कि, 'भारतीय एक खुद्दार कौम (बहुत ही सम्मानित लोग) हैं। आज कोई भी सुपरपावर उन्हें आंख नहीं दिखाने की जुर्रत नहीं कर सकती है। मुझे वहां बहुत प्यार मिला। मुझे ये बात परेशान करती है कि हमारे, उनसे (भारत) संबंध अच्छे क्यों नहीं हैं।'हालांकि, खान ने यह भी कहा कि वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा और कश्मीर में जो कुछ भी हो रहा है, उसकी वजह से निराश हैं। 

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इमरान खान ने इस दौरान कहा कि, 'पाकिस्तान में खुलेआम नेताओं के जमीर खरीदे जा रहे हैं। भेड़ बकरियों की तरह नेताओं को खरीदा जा रहा है। बच्चे-बच्चे को पता है कि नेताओं को खरीदा जा रहा है। पाकिस्तान की डेमोक्रेसी का मजाक बन गया है। बनाना रिपब्लिक में भी ऐसा नहीं होता है। कौम जिसकी 60 फीसदी से ज्यादा आबादी युवाओं की है। फ्यूचर को हम गाइड नहीं करेंगे तो वो भी यह समझेंगे कि मुल्क की लीडरशिप सही नहीं हैं। नेताओं को खरीदने की शुरुआत शरीफ भाइयों ने की थी।'

पाकिस्तानी पीएम ने एक बार फिर समर्थकों से रविवार शाम को उनके साथ सड़क पर उतरने की अपील भी की। बकौल खान, ‘मैं टॉप कोर्ट और ज्यूडीशरी का सम्मान करता हूं, पर अदालत को अपना फैसला देने से पहले एक धमकी भरे पत्र पर गौर करना चाहिए था। मैं देश में किसी भी आयातित सरकार को स्वीकार नहीं करूंगा।'

उधर, पीएमएल-एन नेता मरियम नवाज ने इमरान खान पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'अगर पाकिस्तानी पीएम को इंडिया इतना ही अच्छा लगता है, तो उन्हें वहीं चले जाना चाहिए। सत्ता को जाते देख इमरान पागल हो रहे हैं। अगर वह भारत को इतना पसंद करते हैं तो वहीं शिफ्ट हो जाएं और पाकिस्तान की जान छोड़ दें। उन्हें पता होना चाहिए कि भारत के कई प्रधानमंत्रियों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आए हैं। पर किसी ने भी संविधान, लोकतंत्र और नैतिकता के साथ खिलवाड़ नहीं किया है। वाजपेयी एक वोट से हारे और घर गए। उन्होंने आप जैसे देश, संविधान और राष्ट्र को बंधक नहीं बनाया।'