यूके में कोरोना वायरस से 1 हजार से ज्‍यादा की मौत

दुनिया भर में कोविड-19 के मामले अब भी लगातार बढ़ रहे हैं। मरने वाले लोगों का आंकड़ा 28 हजार के पार पहुंच चुका है। शनिवार शाम तक ब्रिटेन में मरने वालों का आंकड़ा 1 हजार के पार पहुंच गया।

Publish: Mar 29, 2020, 10:15 AM IST

दुनिया भर में कोविड-19 के मामले अब भी लगातार बढ़ रहे हैं. शनिवार सुबह तक मामलों की संख्या छह लाख से अधिक हो गई. वहीं मरने वाले लोगों का आंकड़ा 28,000 के पार पहुंच चुका है. शनिवार शाम तक ब्रिटेन में मरने वालों का आंकड़ा 1000 के पार पहुंच गया.

वहीं इटली में अब तक सबसे अधिक 9,134 मौतें हुई हैं. वहीं स्पेन में 5,138 लोगों और चीन में 3,174 लोग संक्रमण के कारण मर चुके हैं. अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक 1,04,007 मामले सामने आए हैं. इसके बाद इटली में 86,498 और चीन में 81,906 मामले सामने आए हैं.

शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) प्रमुख ने कहा है कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि दुनिया मंदी  की चपेट में है और यह 2009 की मंदी से भी बुरा है. आईएमएफ प्रमुख क्रिस्टलीना जॉर्जीएवा ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस नाम की इस महामारी ने वैश्व‍िक अर्थव्यवस्था को पीछे धकेल दिया है और विकासशील देशों की मदद के लिए बड़े पैमाने पर फंडिंग की आवश्यकता होगी. यूरोप में इटली इस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, जहां पिछले 24 घंटों में 969 लोगों की जान चली गई है. दुनिया में स्पेन चौथे नंबर पर सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. यहां करीबन 64,000 में संक्रमण होने की पुष्टि हुई है. संक्रमितों में 15 फीसदी लोग स्वास्थ्य कर्मी हैं.

अमेरिका में सबसे प्रभावित शहर न्यूयॉर्क है. अमेरिका में पुष्टि हुए मामलों में मृत्यु दर 1.5 फीसदी है जबकि इटली में यह 10.5 फीसदी है. यूएन ने कहा कि दुनिया भर में उसके करीबन 86 कर्मियो में संक्रमण की पुष्टि हुई है. यूएन ने कहा कि महामारी के कारण उसका अधिकतर स्टाफ फिलहाल घर से ही काम कर रहा है. डोनाल्ड ट्रंप और शी जिंगपिंग के बीच चली घंटा भर लंबी बात के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि चीन कोविड-19 से जुड़ा डाटा अमेरिका के साथ साझा करेगा और इस तरह देश बीजिंग के अनुभव से सीख सकेगा.

इससे पहले ट्रंप ने बीजिंग पर कोरोना वायरस को "चाइनीज वायरस" कहते हुए अपना गुस्सा निकाला था. जबकि अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा था कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की कारण अमेरिकियों के स्वास्थ्य और जीवन पर खतरा पैदा हो गया है. इस बीच जहां लोग घर पर ही ज्यादा समय बीता है उनका बहुस-सा समय सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर बीत रहा है. देखा गया है कि लोग चीन और वहां के लोगों के खिलाफ नेट पर हेट स्पीच बढ़ गई है.

इसके साथ ही इस दौरान महामारी को लेकर कई सारी गलत जानकारी इंटरनेट पर आ रही है. यूएन महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने भी इस पर चिंता जाहिर करते हुए कहा "दुनिया ना केवल कोरोना वायरस से लड़ रही है बल्कि हमारा दुश्मन इस समय तेजी से फैल रही गलत जानकारी भी है. वायरस से बचने के लिए जरूरी है कि हम तथ्यों और विज्ञान को बढ़वा दें."