कजाकिस्तान: महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन में 164 नागरिकों की मौत, राष्ट्रपति ने दिया है गोली मारने का आदेश

एलपीजी और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे लोग, हिंसक हुआ प्रदर्शन, अबतक 164 लोगों की मौत, 2200 घायल और 5800 लोग गिरफ्तार

Updated: Jan 10, 2022, 04:13 AM IST

अल्माटी। मध्य एशियाई देश कजाकिस्तान में लोग काफी समय से एलपीजी और पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। महंगे ईंधन के खिलाफ यह प्रदर्शन हिंसक हो गई जिसके चलते अब तक 164 लोगों की मौत हो गई है। इस दौरान करीब 2200 लोग घायल हुए हैं और 5800 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।

सरकारी समाचार चैनल ‘खबर-24’ ने स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से मृतकों की संख्या बताई है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हैं कि मृतकों में केवल आम नागरिक हैं या सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं। इससे पहले अधिकारियों ने कहा था कि हिंसक प्रदर्शन में 16 पुलिसकर्मी और राष्ट्रीय गार्ड के जवान भी मारे गए हैं। उंस दौरान अधिकारियों ने कुल 26 आम नागरिकों के मारे जाने की जानकारी दी थी।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अधिकांश मौतें देश के सबसे बड़े शहर अल्माटी में हुईं, जहां 103 लोग मारे गए हैं। यहां प्रदर्शनकारियों ने सरकारी इमारतों पर कब्जा कर लिया था और कुछ में आग लगा दी। बाल अधिकारों के क्षेत्र में काम करने वाली एक महिला ने बताया कि तीन बच्चे भी मारे गए हैं और सभी नाबालिग थे। इनमें चार साल की एक बच्ची भी शामिल है।

गोली मारने का आदेश

बताया जा रहा है कि कजाकिस्तान सरकार ने प्रदर्शन को दबाने के लिए गोली चलाने का आदेश दे रखा है। कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट तोकायेव के कार्यालय ने कहा कि देश में स्थिति नियंत्रण में है और अधिकारियों ने प्रशासनिक भवनों पर फिर से नियंत्रण हासिल कर लिया है। हमने कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए पुलिस और सेना को गोली मारने के लिए अधिकृत किया है।