सरकार ने 13 प्रतिशत वैट लगाया, नेपाल के व्यापारियों ने भारत से सब्जियों का आयात रोका

नेपाल के व्यापारियों ने कहा कि सरकार द्वारा पिछले महीने इन वस्तुओं पर 13 प्रतिशत मूल्य वर्धित कर (वैट) लगाए जाने के बाद उन्होंने भारत से प्याज, आलू और अन्य सब्जियों का आयात बंद कर दिया है।

Updated: Jun 14, 2023, 12:50 AM IST

काठमांडू/ भोपाल। नेपाल के व्यापारियों ने भारत से प्याज, आलू और अन्य सब्जियों का आयात बंद कर दिया है। नेपाल के व्यापारियों ने मंगलवार को कहा कि सरकार ने पिछले महीने इन उत्पादों पर 13 प्रतिशत का मूल्य वर्धित कर (वैट) लगा दिया है, जिसके बाद उन्होंने इनका आयात बंद कर दिया है।

तो वहीं विपक्षी सांसदों ने नेपाल सरकार के कदम की आलोचना करते हुए तर्क दिया है कि यह कम आय वाले परिवारों को खाद्य असुरक्षा के प्रति संवेदनशील बना देगा और जो लोग पहले से गरीब थे और वो फिर से गरीब हो जाएंगे और लोग पहले से ही आसमान छूती महंगाई से बुरी तरह प्रभावित हैं।

वित्त मंत्री प्रकाश शरण महत ने इस कदम का बचाव करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य स्थानीय किसानों की रक्षा करना और आयात में कटौती करना था। उन्होंने कहा है कि नेपाल आलू उगाता है जो लगभग 60 प्रतिशत स्थानीय मांग को पूरा करता है, जबकि शेष भारत से भी आयात किया जाता है।

विपक्षी सांसदों ने वित्त मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि स्थानीय किसानों की रक्षा के उनके तर्क में कोई दम नहीं है क्योंकि नेपाल अपने प्याज के लिए लगभग पूरी तरह से भारत पर निर्भर है।

काठमांडू के स्थानीय व्यापारियों के अनुसार, आलू की कीमतों में भी लगभग 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। प्याज की कीमत जो पिछले महीने तक 50 रुपये प्रति किलो थी, अब भारी कमी के कारण लगभग दोगुनी हो गई है।


व्यापारी संघ के महासचिव प्रकाश गजुरेल ने कहा कि नेपाल सरकार वर्तमान में 9 प्रतिशत कृषि सेवा कर और 5 प्रतिशत अग्रिम आयकर वसूलती है।

एक निजी रिपोर्ट के अनुसार  इन करों के ऊपर 13 प्रतिशत वैट जोड़ने से रसोई के सामान बहुत महंगे हो जाएंगे। इसी तरह, यह भारत से एवोकैडो, सेब, खुबानी, चेरी, रसभरी, क्रैनबेरी, कीवी और आम जैसे फलों का भी आयात करता है।

नेपाल के केंद्रीय बैंक के अनुसार, साल-दर-साल महंगाई दर मई में 7.41 फीसदी पर पहुंच गई। वैट के लागू होने के साथ-साथ इस जिद्दी और अपेक्षा से अधिक मुद्रास्फीति के स्तर ने नेपाल में घरेलू क्रय शक्ति को और कम कर दिया है और विकास को खींच लिया है।