पाकिस्तानी पीएम इमरान खान की हत्या की रची गई साजिश, सुरक्षा एजेंसियों को मिला ठोस इनपुट: फवाद चौधरी

इमरान खान सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने सनसनीखेज दावा करते हुए कहा है कि इमरान खान की हत्या की साजिश रची गई है, सुरक्षा एजेंसियों को ऐसी रिपोर्ट्स मिलने के बाद इमरान खान की सिक्योरिटी में इजाफा कर दिया गया है

Updated: Apr 01, 2022, 09:49 AM IST

Photo Courtesy: The New Indian Express
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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की हत्या की साजिश रची गई है। पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों को इस संबंध में इनपुट्स मिले हैं। खुफिया जानकारी मिलने के बाद इमरान खान की सिक्योरिटी में इजाफा कर दिया गया है। पाकिस्तानी सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने यह सनसनीखेज जानकारी दी है।

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता फवाद खान ने कहा कि इमरान खान की जान को खतरा है, लेकिन यह पूछे जाने पर उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी कि क्या इसके बारे में कोई बात उस लेटर में भी है, जिसे इमरान खान ने 27 मार्च को इस्लामाबाद की रैली में दिखाया था। दरअसल, इमरान ने इस दौरान कहा था कि उन्हें 27 मार्च की रैली में बुलेटप्रूफ ग्लास लगाने को कहा गया था। लेकिन उन्होंने कहा कि यदि अल्लाह चाहेगा, तभी मेरी मौत आएगी। इस बारे में आप लोग कोई चिंता न करें। 

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फवाद चौधरी की ओर से यह दावा इमरान खान के गुरुवार को दिए गए भाषण के बाद किया गया है। दरअसल, इमरान खान ने गुरुवार रात को दिए अपने भाषण में गलती से अमेरिका का नाम ले लिया था और कहा था कि उसका ही इस साजिश में हाथ है। हालांकि बाद में उन्होंने सुधार करते हुए कहा कि एक देश का इसमें हाथ है। इससे पहले 27 मार्च को अपनी रैली में इमरान खान ने एक लेटर दिखाते हुए कहा था कि इसमें उस साजिश का जिक्र है, जो एक देश ने मेरी सरकार को गिराने के लिए रची है।

हाल ही में पीटीआई के नेता फैसल वावडा ने भी ऐसा ही दावा किया था। उन्होंने कहा था कि देश को बेचने से इनकार करने के चलते इमरान खान की हत्या करने की साजिश रची जा रही है। वावडा ने एक टीवी चैनल पर विदेशी साजिश का हाथ होने के सवाल पर यह दावा किया था।

बता दें कि पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार का गिरना लगभग तय माना जा रहा है। कई गठबंधन के सहयोगी सरकार का साथ छोड़ विपक्ष के पाले में चले गए हैं। विपक्ष का दावा है कि अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए पीटीआई के पास पर्याप्त बहुमत नहीं है। हालांकि, इमरान ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है। वे सरकार बचाने के लिए अब भी हाथ पैर मार रहे हैं।