कब खत्म होगा इंतजार, सिर्फ घोषणा, तारीख अब भी नहीं
मजदूरों को ट्रेन से अपने शहर पहुंचाने की मुख्यमंत्री ने की घोषणा, घोषणा में तारीखों का नहीं किया कोई जिक्र, परदेश में फंसे मजदूरों को है घर पहुंचने की फिक्र

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि लॉकडाउन में फँसे मज़दूरों को घर तक पहुँचाने में सरकार मदद करेगी। 31 ट्रेनों का प्लान रेल मंत्रालय को भेजा गया है। और इसमें 8 राज्यों से आएंगे मज़दूरों को मध्य प्रदेश लाया जाएगा।
Click हद है, प्रवासी मजदूरों से वसूला ट्रेन का किराया
ये ट्रेनें देश के 8 राज्यों से मध्यप्रदेश के लोगों को वापस लेकर आएंगी। इनमें से 22 ट्रेन महाराष्ट्र से, 2 गुजरात से, 1 दिल्ली से, 2 गोवा से और 4 ट्रेनें अन्य प्रदेशों से मध्यप्रदेश के नागरिक और मजदूरों को लेकर वापस लेकर आएंगी। जल्द ही मजदूर ट्रेनों से मध्य प्रदेश अपने घरों को लौट आएंगे। लेकिन इसके लिए गरीब मजदूर को कितना इंतजार करना होगा, क्या पिछली बार की तरह मुफ्त अपने घर पहुंचाने का वादा करने के बाद किराया लेने जैसी घटना तो नहीं होगी। मजदूरों में इस बात को लेकर चिंता है, आपको बता दें कि हाल ही में नासिक से आने वाले मजदूरों से वहां किराया लिया गया। जिसका विपक्ष में कड़ा विरोध किया।
Click घर पहुंचने के लिए कैसे-कैसे जतन
विपक्ष के तीखे हमले और जनता की संवेदनशीलता को देखते हुए मुख्यमंत्री को ये घोषणा करनी पड़ी है कि वो मज़दूरों को मुफ़्त वापस लाएँगे। लेकिन फ़्री टिकट कब से मिलना शुरू होगा और कब गरीब मज़दूर इसका फ़ायदा उठा सकेंगे इसकी कोई रूपरेखा नहीं दी गई है। इस बीच देश के अनेक हिस्सों से मज़दूरों का पैदल आना जारी है। कई जगहों पर तो प्रशासन को मज़दूरों के विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है जहां उन्हें दूसरे राज्य के बॉर्डर पर जाने से रोका जा रहा है।
संकट की इस घड़ी में मेरे श्रमिक बहन-भाई जरा भी चिंता न करें। मैं आपके साथ पूरी ताकत के साथ खड़ा हूं। विभिन्न राज्यों से स्पेशल ट्रेन से आपको वापस लाने के लिए हम केंद्र सरकार और रेल मंत्रालय के साथ मिलकर प्रयास कर रहे हैं। आपका किराया भी प्रदेश सरकार वहन करेगी। #MPFightsCorona
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 3, 2020