भोपाल: हमीदिया में ब्लैक फंगस के 5 मरीजों की एक ही दिन में मौत, प्रदेश में 13

ब्लैक फंगस से अब तक 29 जिले प्रभावित हुए हैं। पिछले 24 घंटे में 13 लोगों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक कुल 42 मरीजों की मौत हो चुकी है।

Updated: May 24, 2021, 06:05 AM IST

Photo courtesy: bhaskar
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भोपाल। कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस यानी म्युकरमायकोसिस का संक्रमण प्रदेश में तेजी से बढ़ता जा रहा है। प्रदेश के लगभग 29 जिलों में ब्लैक फंगस फैल चुका है। जिनमें से 841 मरीजों का अस्पतालों में इलाज चल रहा हैं। इनमें 290 मरीज भोपाल में भर्ती हैं। 13 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में अब तक ब्लैक फंगस के 42 मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें  से 13 मरीज़ो की रविवार को मौत हुईं है। पिछले 24 घण्टें में 5 मरीजों की मौत हमीदिया अस्पताल में हुई। उनमें से दो मरीज ऐसे थे, जिन्हें कोविड संक्रमण के साथ ही ब्लैक फंगस हुआ था।

 

शहर में ब्लैक फंगस से अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है। ग्वालियर में 3 मौतें हुईं। ब्लैक फंगस से बचाने वाले इंजेक्शन एंफोटेरेसिन-बी की कमी बनी बनी हुई है। भोपाल के 10 अस्पतालों ने स्वास्थ्य विभाग से 2183 इंजेक्शन मांगे थे, लेकिन हमीदिया को 375 मिले। फिलहाल विभाग ने एंफोटेरेसिन बी की कमी पूरी करने के लिए पोसाकोनाजोल दवा की 12 हजार टैबलेट मंगा ली हैं।


स्वास्थ्य संचालनालय की आईडीएसपी शाखा की रिपोर्ट के मुताबिक इंदौर, जबलपुर में 101 तो उज्जैन में 62 और ग्वालियर में 37 मरीज भर्ती हैं। हमीदिया में बीते 24 घंटे में जिन 5 मरीजों की मौत हुई, उनमें से तीन कोरोना को हराने के बाद ब्लैक फंगस से संक्रमित हुए। इनमें भी एक मरीज ब्लैक फंगस की सर्जरी के बाद पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में भर्ती था।


एनएचएम को भेजी गई रिपोर्ट के मुताबिक भोपाल के 10 अस्पतालों में भर्ती 218 मरीजों के लिए 2183 इंजेक्शन मांगे गए, लेकिन उन्हें सिर्फ 383 इंजेक्शन दिए। इनमें आठ इंजेक्शन बंसल अस्पताल को दे दिए गए। वहीं जबलपुर के अस्पतालों में भर्ती 112 मरीजों के लिए 594 इंजेक्शन प्रशासन से मांगे गए थे। लेकिन, यहां प्रशासन 107 इंजेक्शन ही अस्पतालों को दे सका।