कुत्तों की नसबंदी पर दो करोड़ खर्च करेगा भोपाल नगर निगम, कई इलाकों में बढ़े कुत्तों की संख्या

राजधानी भोपाल में फिर बढ़ा कुत्तों का आतंक, प्रतिदिन पहुंच रही करीब 100 शिकायतें, आने-जाने वालों को करते हैं परेशान

Updated: Apr 12, 2022, 08:06 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कुत्तों का आतंक फिर बढ़ गया है। राजधानी की सड़कों पर झुंड के झुंड आवारा कुत्ते लोगों को परेशान करते हैं। शास्त्री नगर, कोलार, एमपी नगर, तुलसीनगर समेत कई इलाकों में कुत्तों के झूंड बढ़ गए हैं। इसे लेकर निगम के पास हर रोज एवरेज 100 शिकायतें पहुंच रही हैं। अब नगर निगम एक बार फिर से कुत्तों की नसबंदी शुरू करने वाला है। कुत्तों की नसबंदी पर निगम 2 करोड़ रुपए खर्च करेगा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक शास्त्री नगर में घूमने वाले आवारा कुत्तों की संख्या 70 तक पहुंच गई है। यहां के रहवासियों का कहना है कि शिकायत के बाद निगमकर्मी कुत्ते पकड़कर ले जाते हैं और कुछ दिन बाद वापस कॉलोनी में ही छोड़ देते हैं। मंगलवार सुबह भी 4 कुत्तों को छोड़ा गया। कुत्ते आने-जाने वाले लोगों की गाड़ियों के पीछे दौड़ते हैं। इससे कई लोग गिर चुके हैं।

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कोलार के नयापुरा, गेहूंखेड़ा, ललितानगर में भी कुत्तों के झूंड हैं, जो हर आने-जाने वालों के पीछे दौड़ लगाते हैं। एमपी नगर, सुभाष नगर और अशोका गार्डन का भी कमोबेश यही स्थिति है। राजधानी में आवारा कुत्तों के काटने की घटनाएं कई बार बड़ा मुद्दा बन चुकी हैं। बागसेवनियां इलाके में 1 जनवरी को चार साल की नन्हीं बच्ची पर 5 आवारा कुत्तों ने अटैक कर दिया था। बच्ची के सिर, कान और हाथ में गहरे घाव हुए थे।यह मुद्दा कोर्ट तक पहुंच गया था। 

गर्मियां बढ़ते ही कुत्ते और भी ज्यादा हमलावर हो चुके हैं। वेटरनरी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. अजय रामटेके बताते हैं कि गर्मियों के मौसम में टेम्परेचर बढ़ने के कारण शहरी क्षेत्रों में कुत्तों के काटने की घटनाएं बढ़ती हैं। कुत्तों में बॉडी का टेम्परेचर कंट्रोल करने का सिस्टम अलग होता है। उनमें पसीने वाली ग्रंथियां नहीं होतीं। गर्मिंयों में कुत्ते चिड़चिड़े हो जाते हैं। बहरहाल, अब नगर निगम ने कुत्तों की बढ़ती जनसंख्या पर लगाम लगाने के लिए फिर से नसबंदी अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है।