भोपाल के BRTS कॉरिडोर को हटाकर सेंट्रल रोड डिवाइडर बनाया जाएगा: सीएम मोहन यादव

भोपाल में व्यस्त मार्गों पर यातायात का दबाव कम करने की दिशा में राज्य सरकार का बड़ा निर्णय, बीआरटीएस कॉरिडोर हटाने को लेकर बनी सहमति

Updated: Dec 26, 2023, 07:31 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कई इलाकों में ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न होने लगी है। यातायात का दबाव कम करने की दिशा में राज्य सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। मंगलवार को मंत्रालय में आयोजित बैठक के बाद सीएम मोहन यादव ने ऐलान किया कि भोपाल में बनी बीआरटीएस कॉरिडोर को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि मंत्रालय में जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई बैठक में बीआरटीएस से पैदा हुई अनेक समस्याओं के अलग-अलग पहलुओं पर विस्तार से बातचीत हुई।बैठक में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर सर्वसम्मति से भोपाल के बीआरटीएस को चरणबद्ध रूप से हटाने का निर्णय लिया गया। 

सीएम यादव ने कहा कि इस निर्णय से व्यस्त मार्गों पर यातायात का दबाव कम हो सकेगा। स्थानीय परिवहन व्यवस्था को अधिक सुविधाजनक बनाया जा सकेगा। उन्होंने यह भी कहा कि बीआरटीएस के स्थान पर सेंट्रल रोड डिवाइडर बनाया जाएगा।

यादव ने VIP रोड भोपाल के चौड़ीकरण के संबंध में भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान लोक निर्माण विभाग द्वारा लेक कॉरीडोर के प्रस्ताव पर भी प्रस्तुतिकरण एवं चर्चा हुई। बैठक में मंत्री विश्वास सारंग, कृष्णा गौर, विधायक रामेश्वर शर्मा, भगवान दास सबनानी, भोपाल की महापौर मालती राय, मुख्य सचिव वीरा राणा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह, सचिव विवेक पोरवाल, प्रमुख सचिव नगरीय‍ विकास एवं आवास नीरज मंडलोई सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

बता दें कि लाल बसों के लिए शहर की सड़कों पर बीआरटीएस (बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) कारिडोर बना हुआ है। यह कॉरिडोर आम जनता के लिए परेशानी पैदा कर रहा है और काफी समय से इसे हटाने की मांग हो रही थी। 2018 में कांग्रेस सरकार बनने पर तत्कालीन नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह ने इसे हटाने के संबंध में पहल की थी। हालांकि, कांग्रेस सरकार असमय जाने के कारण यह संभव नहीं हो सका। अब मोहन यादव सरकार ने इसे हटाने का निर्णय लिया है।