भोपाल का Master Plan 2031 जारी, 17 साल से धूल फांक रहा था प्रोजेक्ट

भोपाल का आखिरी मास्टर प्लान 1995 में जारी किया गया था, जो 2005 में समाप्त हो गया था। अब 17 साल के इंतजार के बाद भोपाल को अपना मास्टर प्लान मिल गया है।

Updated: Jun 02, 2023, 07:47 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का मास्टर प्लान आखिरकार शुक्रवार को जारी कर दिया गया है। सीएम शिवराज की अनुमति के बाद मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भोपाल का मास्टर प्लान 2031 जारी किया। पिछले 17 वर्षों से राजधानी का मास्टर प्लान फाइलों में दफ्न था।

बता दें कि राजधानी भोपाल का आखिरी मास्टर प्लान 1995 में तत्कालीन दिग्विजय सिंह सरकार ने जारी किया था। यह मास्टर प्लान 2005 में समाप्त हो गया था। साल 2018 में सत्ता में वापसी के बाद कांग्रेस सरकार ने मास्टर प्लान बनाने की पहल शुरू की थी। हालांकि, 15 महीने में सरकार गिरने के बाद मास्टर प्लान फाइलों में दफ्न हो गई। अब चुनाव से ठीक पहले भाजपा सरकार ने मास्टर प्लान जारी किया है।

हालांकि, ये फाइनल प्रारूप नहीं है। इसमें दावे-आपत्तियों के लिए 30 दिन का समय दिया गया है। दरअसल, चार साल पहले तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने मास्टर प्लान तैयार की थी। तब दावे आपत्ति भी मंगा लिए गए थे। अब शिवराज सरकार ने 12 संशोधनों के साथ नए सिरे से प्लान तैयार किया है। 

जानकारी के मुताबिक मास्टर प्लान 2031 में शहर के ढाई दशकों में हुए विस्तार को देखते हुए इसे आठ हिस्सों में बांटा गया है। पुराना शहर, भेल नगरीय क्षेत्र, राजधानी परियोजना, बैरागढ़, नवीन क्षेत्र (नया भोपाल), कोलार, नेवरी और मिसरोद। इन आठ हिस्सों में शहर को बांटा गया है।

मास्टर प्लान की मुख्य बातें

* बड़ी झील के संरक्षण और संवर्धन पर जोर
* बाघ भ्रमण क्षेत्र को संरक्षित करने जरूरी संशोधन
* सड़कों की चौड़ाई 12 मीटर से 18 मीटर तक होगी
* अरेरा कॉलोनी, चूना भटृटी, विजयनगर के लिए विशेष मापदंड
* अवधपुरी से हथाईखेड़ा प्रस्तावित मार्ग निर्माण में संशोधन, अवधपुरी से हथाईखेड़ा मार्ग अब बनेगा 30 मीटर चौड़ा
* ग्रामीण सड़कें 18 मीटर चौड़ी बनेंगी
* कोलार रोड से बिलकिसगंज प्रस्तावित मार्ग में संशोधन