छतरपुर में बीजेपी विधायक के भाई ने नाबालिग के साथ किया रेप, पुलिस दर्ज नहीं कर रही मुकदमा

बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति के भाई कमलेश प्रजापति पर नाबालिग से रेप और महीनों तक उसका यौन उत्पीड़न करने का आरोप है, पुलिस पर भी क्षेत्र में विधायक के रसूख के चलते पीड़िता की गुहार अनसुनी करने के आरोप लग रहे हैं

Updated: Feb 04, 2023, 03:58 AM IST

प्रतिकात्मक तस्वीर
प्रतिकात्मक तस्वीर

छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर में बीजेपी विधायक के भाई पर एक नाबालिग छात्रा के साथ रेप करने के संगीन आरोप लगे हैं। बीजेपी विधायक पर छात्रा को जान से मारने की धमकी, उसका यौन शोषण करने और गर्भपात कराने तक के आरोप हैं। लेकिन स्थानीय प्रशासन पीड़िता की मदद करने को तैयार नहीं है। 

शुक्रवार को स्थानीय मीडिया के सामने पीड़िता ने अपनी आपबीती सुनाई। पीड़िता ने बताया कि चंदला से बीजेपी विधायक कमलेश प्रजापति के भाई राजेश प्रजापति ने दस महीने पहले अपने गांव में उसके साथ बलात्कार किया था। इसके बाद आरोपी ने पीड़िता को यह बात उजागर करने की स्थिति में उसे जान से मारने की धमकी भी दी। हालांकि आरोपी यहीं नहीं रुका, दुष्कर्म के बाद वह लगातार पीड़िता के साथ दुष्कर्म करता रहा और बीच में उसका गर्भपात तक करवा दिया। 

बीते दिनों अपना दुखड़ा लेकर जब पीड़िता 31 जनवरी को बीजेपी विधायक के घर पर पहुंची तो पीड़िता की मदद करने के बजाय आरोपी की पत्नी ने उसके साथ मारपीट की। पीड़िता जब मदद की आस लिए लवकुशनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराने के लिए पहुंची तब स्थानीय पुलिस ने साधरण धाराओं में दो महिलाओं के बीच मारपीट का मुकदमा ही दर्ज किया। 

दरअसल बीजेपी विधायक और पीड़िता का पैतृक गांव एक ही है। मुड़ेरी गांव की निवासी पीड़िता ने बताया कि कमलेश प्रजापति का उसके घर आना जाना लगा रहता था। दस महीने पहले वह पीड़िता को बहला फुसलाकर लवकुशनगर के पंकज पार्क के समीप बबलू प्रजापति नामक एक व्यक्ति के घर ले गया, जहां उसने पीड़िता के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। 

पीड़िता के विरोध करने पर आरोपी ने उसे जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद वह धमकी की आड़ लेकर महोबा के राजमहल होटल ले गया और वहां पर उसने पीड़िता को जबरन शराब पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने बताया कि इस दौरान जब वह गर्भवती हो गई तो आरोपी ने उसे गर्भनिरोधक गोलियां खिलाई। 

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महीनों तक डर के कारण चुप रहने के बाद पीड़िता ने आखिरकार सारी बात अपनी मां को बताई। लेकिन इसके बाद जब वह मदद की गुहार लेकर पहुंची तब पहले बीजेपी विधायक के हाथों उसे निराशा झेलनी पड़ी और अब बीजेपी विधायक के दबाव के चलते पुलिस भी उसकी सहायता करने से बच रही है। 

इस पूरे मामले में बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति का एक बयान भी मीडिया में सामने आया है जिसमें विधायक ने इस पूरे मामले को उन्हें बदनाम करने की साजिश बताया है। वहीं उनका यह भी कहना है कि वह अपने भाई और परिवार से अलग होकर अपना जीवन यापन करते हैं, ऐसे में उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। बीजेपी विधायक ने कहा है कि परिवार के कारण उनकी छवि खराब करने की अमूमन कोशिश की जाती है। जबकि लवकुशनगर टीआई हेमंत नायक के बयान के मुताबिक 31 जनवरी को उनके समक्ष सिर्फ झगड़े का मामला ही सामने आया था, जिसमें रेप का कोई ज़िक्र नहीं किया गया था।