20 लाख के लिए दिल्ली के बिजनेसमैन की किडनैपिंग, बीजेपी नेता के 4 करीबी गिरफ्तार

दिल्ली के व्यापारी का इंदौर से अपहरण, बीजेपी सरकार की पूर्व मंत्री के करीबियों पर लगा आऱोप, शराब कारोबार में 20 लाख के विवाद की वजह से किया था अगवा

Updated: Sep 30, 2021, 12:14 PM IST

Photo Courtesy: Bhaskar
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इंदौर। आखिरकार पुलिस ने दिल्ली के व्यापारी के अपहरण की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में बीजेपी सरकार में मंत्री रहीं रंजना बघेल के पति के करीबियों को गिरफ्तार किया है। इनपर आरोप है कि इन्होंने 20 लाख रुपए के लिए दिल्ली के व्यवसायी को अगवा किया था। इंदौर से दिल्ली के ट्रांसपोर्ट कारोबारी सिकंदर सचदेवा को फिल्मी स्टाइल में किडनैप किया था। इंदौर क्राइम ब्रांच और बाणगंगा पुलिस ने आरोपियों को मनावर से गिरफ्तार किया है। मुख्य आऱोपी की पहचान सखाराम उर्फ सुखराम कनेस के रूप में हुई है। सुखराम खरखड़ी बड़ी अलीराजपुर का निवासी है। वहीं उसके तीन अन्य साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दिग्विजय रावत, दिनेश और करण सिंह को गिरफ्तार किया है। करण और दिनेश रोजा कुक्षी जिला अलीराजपुर के निवासी हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि आरोपी सुखराम बीजेपी की वरिष्ठ नेता और प्रदेश की पूर्व मंत्री रंजना बघेल के पति पूर्व विधायक मुकाम सिंह किराड़े का नजदीकी है। जिसके बाद से पूर्व मंत्री के पति पूर्व विधायक मुकाम सिंह किराड़े भी सवालों के घेरे में आ गए हैं।

दरअसल सिकंदर सचदेवा और आरोपी सुखराम शराब कारोबार से जुड़े हैं। सिकंदर ट्रांसपोर्ट कंपनी के अलावा शराब का धंधा भी करता था। दोनों में 20 लाख के लेनदेन की वजह से कई साल से विवाद चल रहा था। जब आरोपियों को पता चला की  दिल्ली से सिंकदर अपने इंदौर स्थित घर आय़ा है, उसने अपने साथियों के साथ मिलकर अपहरण की प्लानिंग रची। जिसके बाद सिकंदर सचदेवा के किसी दोस्त ने उसकी अचानक गुम होने की शिकायत थाने में दर्ज करवाई थी।

कारोबारी सिंकदर सचदेवा के बेटे चेतन पर भी आरोप है कि उसने अपने पिता की किडनैपिंग के वक्त उनके शराब कारोबार की बात छुपाई, पुलिस को बताया कि वह बायोडीजल के काम के सिलसिले में आए थे। पुलिस जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि अगवा सिकंदर का बेटा चेतन शराब तस्करी के आरोप में पहले भी डेढ़ साल तक जेल में की हवा खा चुका है।

आरोपियों तक पहुंचने के लिए कई इलाकों के CCTV फुटेज खंगाले। जिसमें खुलासा हुआ कि व्यापारी सिंकदर सचदेवा को धार पासिंग से किसी सफेद रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी से किडनैप किया गया था। फिर पुलिस ने विभिन्न मार्गों के और टोल नाकों के CCTV चेक किए। पुलिस को वह गाड़ी घाटा बिल्लौद टोल नाके से जाती दिखाई दी। जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने आलीराजपुर, मनावर में कई जगह छापा मारा, और सुखदेव और उसके साथियों तक पहुंची और बुधवार रात आरोपियों के चंगुल से सिंकदर सचदेवा मुक्त करवाया। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, उनके खिलाफ केस दर्ज कर पूछताछ जारी है। इन चारों की कड़ी बीजेपी नेता से जुड़ी होने की वजह से कई बड़े खुलासे की आशंका है।