मध्य प्रदेश में ठंड का कहर, कई जिलों में बारिश और ओले गिरने की संभावना

मध्य प्रदेश में सर्दी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में मौसम ने करवट ली है।

Updated: Dec 23, 2024, 10:23 AM IST

भोपाल| मध्य प्रदेश में सर्दी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में मौसम ने करवट ली है। सोमवार सुबह से ही बादल और कोहरे की चादर छाई रही। दृश्यता कम होने के कारण दफ्तर और स्कूल जाने वालों को गाड़ियों की हेडलाइट जलाकर सफर करना पड़ा। पिछले कुछ दिनों से न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी के बाद एक बार फिर पारा गिरा है, जिससे ठंड में तेजी से इजाफा हुआ है।

मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में प्रदेश में और अधिक ठंड पड़ने के साथ बारिश और ओले गिरने की संभावना जताई है। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से उत्तर-पश्चिमी हवाएं प्रदेश में प्रवेश कर रही हैं। इसके साथ ही अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी वाली हवाएं आ रही हैं, जिससे प्रदेश में बादल छाने, हल्की से मध्यम बारिश और कुछ जगहों पर ओले गिरने के आसार हैं। मौसम विभाग ने 23 से 28 दिसंबर तक मौसम में यह बदलाव रहने की संभावना जताई है।

शनिवार-रविवार की रात मध्यप्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी में सबसे कम तापमान 3.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा खजुराहो में 5.6 डिग्री, रीवा में 5.8 डिग्री, नौगांव में 7 डिग्री और भोपाल में 7.9 डिग्री सेल्सियस पारा दर्ज किया गया। बड़े शहरों में इंदौर में 13.9 डिग्री और जबलपुर में 8.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। ग्वालियर में पारा 7.3 डिग्री सेल्सियस तक गिरा।

मौसम विभाग के अनुसार, 23 दिसंबर से प्रदेश के मुरैना, भिंड, विदिशा, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम और बैतूल जैसे जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। 24 दिसंबर को बारिश का दायरा और बढ़ेगा, जिसमें ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, छतरपुर, पन्ना और सतना जैसे जिले शामिल होंगे। 25 और 26 दिसंबर को बारिश के साथ-साथ कई जिलों में घना कोहरा भी छाए रहने की संभावना है।

इस बार दिसंबर में ठंड ने कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भोपाल में दिसंबर का तापमान 58 साल में सबसे कम दर्ज किया गया। प्रदेश के कई अन्य शहरों में भी ठंड ने 9 दिनों तक शीतलहर का असर दिखाया। नवंबर में भी सर्दी ने 36 साल का रिकॉर्ड तोड़ा था। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर जैसे शहरों में तापमान सामान्य से 7 डिग्री तक नीचे रहा।

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ठंड के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए भोपाल, इंदौर और ग्वालियर समेत कई जिलों में स्कूलों की टाइमिंग बदली गई है। भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए हीटर लगाए गए हैं। मंदिरों में भगवान को ठंड से बचाने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। इस बार दिसंबर के अंत तक ठंड का असर और बढ़ने की संभावना है।