मध्य प्रदेश में ठंड का असर तेज, कई जिलों में बारिश की संभावना

मध्य प्रदेश में आगामी 48 घंटों के भीतर मौसम का मिजाज बदलने की संभावना है।

Updated: Dec 02, 2024, 12:29 PM IST

भोपाल| मध्य प्रदेश में आगामी 48 घंटों के भीतर मौसम का मिजाज बदलने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के छिंदवाड़ा, सिवनी, बैतूल और आसपास के क्षेत्रों में 3-4 दिसंबर को हल्की बारिश हो सकती है। इसके साथ ही बर्फीली हवाओं का असर पूरे प्रदेश में देखने को मिलेगा, जिससे कड़ाके की ठंड पड़ेगी। ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग में ठंड का असर अन्य क्षेत्रों की तुलना में अधिक रहेगा।

मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है कि पूर्वी हिस्से में सक्रिय चक्रवाती तूफान 'फेंगल' और उत्तर-पश्चिम भारत में मौजूद वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण मध्यप्रदेश में मौसम में यह बदलाव आएगा। पहाड़ों में होने वाली बर्फबारी से आने वाली ठंडी हवाएं प्रदेश में ठिठुरन बढ़ाएंगी। इससे दिन और रात के तापमान में तेज गिरावट का अनुमान है।

हाल ही में भोपाल में रात का तापमान 8.8 डिग्री सेल्सियस, इंदौर में 12 डिग्री, ग्वालियर में 9.8 डिग्री, उज्जैन में 10 डिग्री और जबलपुर में 11.5 डिग्री दर्ज किया गया। शाजापुर के गिरवर में प्रदेश का सबसे कम तापमान 6.1 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। राजगढ़, छतरपुर, शिवपुरी, रायसेन, टीकमगढ़, खंडवा और बैतूल सहित अन्य जिलों में तापमान 12 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया।

कोहरे की संभावना को देखते हुए रेलवे ने भोपाल मंडल की ट्रेनों में 341 फॉग सेफ डिवाइस लगाई हैं। कोहरे के दौरान लोको पायलटों को ट्रैक और सिग्नल देखने में परेशानी होती है। ये डिवाइस उन्हें अलर्ट कर मदद करेगी।

मौसम विभाग के अनुसार, दिसंबर में ठंड के और बढ़ने के आसार हैं। उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभाग में बर्फीली हवाओं का प्रभाव ज्यादा रहेगा। जनवरी तक ठंड अपने चरम पर रहेगी। प्रदेश में इस बार मावठा (सर्दियों में होने वाली हल्की बारिश) गिरने की भी संभावना है, जिससे ठंड और बढ़ेगी।

नवंबर में ही ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिया था। भोपाल में 36 साल बाद नवंबर का सबसे कम रात का तापमान दर्ज किया गया। पिछले 10 वर्षों का विश्लेषण करें तो दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में ठंड सबसे अधिक बढ़ती है। ग्वालियर, उज्जैन, भोपाल और इंदौर जैसे शहरों में कई बार पारा 5 डिग्री से भी नीचे पहुंचा है। ग्वालियर में तो एक बार तापमान 1.8 डिग्री तक गिर चुका है।

यह भी पढ़ें: महाकाल मंदिर में अब एटीएम जैसी मशीन से मिलेगा लड्‌डू, QR कोड से कर सकेंगे पेमेंट

इस बार भी दिसंबर में ठंड का असर व्यापक रहेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रदेश में ठंड का यह दौर अगले 40 दिनों तक जारी रह सकता है। कोल्ड वेव और मावठे के कारण सर्दी के तीव्र होने की संभावना है। विशेष रूप से ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग में लोग कड़ाके की ठंड के लिए तैयार रहें।