सीएम के पैतृक गांव के पास फल फूल रहा है जुए का कारोबार, रोज़ रात लगते हैं शामियाने और सजती है महफ़िल

दावे के मुताबिक सीएम के पैतृक गांव जैत के पास स्थित नांदनेर गांव में रोजाना रात के 11 बजे से सुबह 9 बजे तक जमकर जुआ खेला जाता है, 50 से 70 लाख रुपए रोजाना दांव पर लगाए जाते हैं

Updated: Dec 01, 2021, 04:16 AM IST

सीहोर/भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का निर्वाचन क्षेत्र इन दिनों तरह-तरह के अवैध धंधे का अड्डा बन रहा है। ताज़ा सूचनाओं के मुताबिक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस चुनाव क्षेत्र में करोड़ों के जुए का कारोबार तेज़ी से फलफूल रहा है। और इसका अड्डा बना है सीएम के पैतृक गांव जैत से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव नांदनेर। दावे के मुताबिक नांदनेर में प्रतिदिन 50 से 70 लाख रुपए दांव पर लगाए जाते हैं। जुए के खेल के लिए दूर दराज से लोग गाड़ियों में सवार होकर यहां आते हैं और यह खेल रोजाना रात ग्यारह बजे से सुबह नौ बजे तक चलता है। 

इस खेल के लिए बकायदा टेंट की सजावट की जाती है। जुआरियों के लिए रजाई गद्दों के साथ साथ शराब की भी व्यवस्था की जाती है। जुए के खेल तक पुलिस पहुंचने में नाकाम रहे, इसके लिए जुआरियों के मुखबिर भी जुए की जगह के आसपास छतों पर निगरानी के लिए मौजूद रहते हैं। ताकि पुलिस के आते ही वे जुआरियों को सूचित कर सकें। यही नहीं, जुए के अड्डे पर सूदखोरों का भी जमावड़ा रहता है, जो कि जुए में हारने वाले लोगों को तत्काल में ब्याज पर रुपए उपलब्ध करा देते हैं ताकि वो और जुआ खेल सकें। 

नांदनेर में इस धंधे के कारण कई लोगों की जान भी जा चुकी है। आए दिन जुए के दौरान गोलीबारी की खबरें भी आम हैं। कई लोग जुए में लाखों रुपए हारने के बाद आत्महत्या भी कर चुके हैं। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। दावों के मुताबिक यह पूरा धंधा राजनीतिक संरक्षण में ही फल फूल रहा है।

सीएम के निर्वाचन क्षेत्र को लेकर हुए इस खुलासे पर कांग्रेस पार्टी सीएम शिवराज पर हमलावर हो गई है। कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि शिवराज सिंह चौहान के गृहक्षेत्र बुदनी विधानसभा में ही चल रहा मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा जुआ और हर रात 11 बजे टेंट लगाकर खिलाया जाता है। 

हालांकि इस तरह की रिपोर्ट पहले भी आती रही है लेकिन जब सीएम गुंडों और माफियाओं को दस फीट गड्ढ़े में गाड़ने के दावे करते हैं तो ऐसे अवैध धंधों के प्रति आंखें क्यों मूंद लेते हैं।