जबलपुर में विशाल कांवड़ यात्रा, 15 KM नंगे पैर चले पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, कहा- भोलेनाथ सबका भला करें

जबलपुर में संस्कार कांवड़ यात्रा बीते लगभग 10 सालों से निकल रही है। सावन के दूसरे सोमवार में जबलपुर के गौरीघाट से यह यात्रा निकलती है और मटामर में भगवान शिव के मंदिर में जाकर यात्रा का समापन होता है।

Updated: Jul 17, 2023, 07:42 AM IST

जबलपुर। श्रावण मास के दूसरे सोमवार को जबलपुर के गौरीघाट में विशाल कांवड़ यात्रा निकाली गई। कांवड़ यात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए और कांवड़ भी उठाई। दिग्विजय सिंह यात्रा में नंगे पैर थे और करीब 15 किलोमीटर नंगे पांव ही पैदल चलते दिखे। इस विशाल कांवड़ यात्रा के दौरान पूरा जबलपुर शहर का माहौल भक्तिमय दिखा।

संस्कार कांवड़ यात्रा आज गौरीघाट के सिद्धघाट से शुरू हुई। इसके पहले भगवान भोलेनाथ का दुग्ध से अभिषेक और पूजन की गई। साथ ही देव स्वरूप वृक्षों की भी पूजा हुई। कांवड़ यात्रा सुबह सात बजे गौरीघाट से नर्मदा जल लेकर 35 किमी की पैदल यात्रा कर कैलाश धाम पहुंचेगी जिसमें करीब एक लाख कांवडि़यों के शामिल होने का अनुमान है। 

कांवड़ यात्रा के दौरान कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री 
दिग्विजय सिंह भगवन शिव की भक्ति में लीन दिखे। उन्होंने इस दौरान किसी भी राजनीतिक सवाल का जवाब नहीं दिया। उन्होंने केवल इतना कहा कि सावन सोमवार है और भगवान भोलेनाथ सबका भला करेंगे। यात्रा में कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी के साथ जबलपुर के महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, विधायक लखन घनघोरिया, विधायक विनय सक्सेना भी शामिल हुए।

बता दें कि जबलपुर में संस्कार कांवड़ यात्रा बीते लगभग 10 सालों से निकल रही है। सावन के दूसरे सोमवार में जबलपुर के गौरीघाट से यह यात्रा निकलती है और मटामर में भगवान शिव के मंदिर में जाकर यात्रा का समापन होता है। यह कांवड़ यात्रा कांग्रेस नेता शिव यादव निकालते हैं। हालांकि, इस यात्रा का कोई राजनैतिक उद्देश्य नहीं रहा है।