खुद पर मुक़दमा दायर होने के बाद बोले दिग्विजय सिंह, मैं नफ़रती विचारधारा के खिलाफ लड़ता रहूंगा 

दिग्विजय सिंह का आम लोगों से आह्वान- "जो भी समझते हैं कि मैं सही हूं वह हमारे साथ जुड़कर आवाज उठाएं और लोभ, मोह या भय से दबी व्यवस्था के खिलाफ आगे आएं"

Updated: Apr 13, 2022, 07:06 AM IST

भोपाल। खरगोन हिंसा से जुड़े ट्वीट मामले में राज्य सरकार ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को घेरने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। सिंह के खिलाफ भोपाल के अलावा ग्वालियर, जबलपुर और नर्मदापुरम में भी FIR दर्ज की गई है। खुद पर मुकदमा दायर होने के बाद दिग्विजय सिंह ने कहा है कि मैं नफरती विचारधारा के खिलाफ लड़ता रहूंगा। उन्होंने लोगों से आह्वान करते हुए कहा है कि जो लोग मुझे सही समझते हैं वो भी हमारे साथ जुड़कर आवाज उठाएं।

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कांग्रेस नेता ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कहा कि, 'मुझे ख़रगोन के दंगे के संदर्भ में अनेक विडियो व चित्र मिले थे। मेरे परिचित ने अनेक चित्रों और वीडियो के साथ इस चित्र को भी साझा किया था। मैंने अपने ट्वीट में  इस आधार पर किसी भी धार्मिक स्थल पर हथियार लेकर झंडा लगाने के औचित्य पर प्रश्न किया था। उसके बाद बीजेपी की शिकायत पर मेरे ख़िलाफ़ तमाम धाराओं में केस दर्ज किए गए। हालांकि, इस चित्र के बारे में मुझे जैसे ही जानकारी मिली कि यह साल 2017 में बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर का है तो मैंने तत्काल अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। हालांकि, मेरे प्रश्न ख़रगोन दंगे के बारे में यथावत रहे।' 

राज्यसभा सांसद ने आगे कहा कि, 'क्या इस देश में अब प्रश्न पूछना भी गुनाह हो गया है? विपक्ष के नेता के रूप में क्या हम अपने देश/ प्रदेश की जनता के एक वर्ग के खिलाफ बन रहे ऐसे माहौल पर सवाल नहीं कर सकते? क्या बग़ैर नोटिस और बग़ैर जाँच-परख के अपने विरोधियों पर बुलडोज़र हमला न्यायसंगत है? क्या लोकतंत्र अब एकतरफ़ा राजनीतिक विचार से ही चलेगा?'

पूर्व सीएम ने कहा कि, 'मैं निजी तौर पर धार्मिक और राजनीतिक तौर पर देश के संविधान को माननेवाला व्यक्ति हूं। मैंने बृहद समाज के हित में अपना पूरा जीवन तपाया है। मैं सदैव से धार्मिक उन्माद फैलानेवालों के खिलाफ रहा हूं। अपने मुख्यमंत्री काल में भी मैंने कट्टरपंथियों के हर वर्ग के खिलाफ एक्शन लिया था और आज भी उसे सही मानता हूं। मेरा प्रशासन और देश की न्याय व्यवस्था से यह सवाल है कि जो पूरे देश को दिख रहा है वह व्यवस्था के उच्च शिखर पर बैठे लोगों को क्यों नज़र नहीं आ रहा है।'

सिंह ने कहा कि, 'जो लोग खुलेआम उन्मादी भाषण दे रहे हैं। महिलाओं के खिलाफ कुकृत्य कर रहे हैं, उन्हें निशाना बना रहे हैं, उनके ख़िलाफ़ कोई FIR, कोई बुलडोज़र, कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही? मैं इस तरह के उन्मादी और नफ़रती विचारधारा के खिलाफ हूं और सदैव लड़ता रहूंगा।' कांग्रेस नेता ने आम लोगों से आह्वान किया है कि जो भी यह समझते हैं कि मैं सही हूं, वह हमारे साथ जुड़कर आवाज़ उठाएं और लोभ, मोह या भय से दबी व्यवस्था के खिलाफ आगे आएं।