इंदौर में लगे गोडसे जिंदाबाद के नारे, कालीचरण के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे थे हिंदू संगठन के कार्यकर्ता

इंदौर के रीगल चौराहे पर गौ रक्षा संगठन और बजरंग सेना ने किया प्रदर्शन, कमिश्नर कार्यालय में ज्ञापन सौंपते वक्त गोडसे जिंदाबाद के लगाए नारे

Publish: Jan 02, 2022, 01:56 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश में एक बार फिर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के जिंदाबाद के नारे लगाए गए हैं। इंदौर में कालीचरण की गिरफ्तारी का विरोध करने सड़क पर उतरे हिंदू संगठनों ने नाथूराम गोडसे के नारे लगाए। आश्चर्य करने वाली बात यह है कि यह नारे पुलिस के सामने लगाए जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने मूकदर्शक बने रहना ही मुनासिब समझा। 

कालीचरण की गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए रविवार को गौ रक्षा संगठन और बजरंग सेना के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे। इंदौर के रीगल चौराहे पर प्रदर्शनकारियों ने कालीचरण के समर्थन में नारेबाजी की और उसकी रिहाई की मांग की। 

इसके बाद प्रदर्शनकारी कमिश्नर कार्यालय में कालीचरण की रिहाई के लिए ज्ञापन देने पहुंचे। इसी दौरान कालीचरण की तस्वीरों के साथ पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने नाथूराम गोडसे के समर्थन में नारे लगाने शुरू कर दिए। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिस गोडसे के समर्थन में नारे लगा रही भीड़ को रोकने तक का प्रयास करने की जहमत नहीं उठा रही है। 

गोडसे के समर्थन में नारेबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि ये सब कुछ एक सोची समझी साजिश के तहत किया जा रहा है। वहीं सोशल मीडिया यूजर्स इस पूरे वीडियो पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा पर भी सवाल खड़ा कर रहे हैं। उन्होंने ही हाल ही में कालीचरण की गिरफ्तारी को अनुचित करार दिया था। वहीं कुछ यूजर्स इसे लेकर बीजेपी पर भी निशाना साध रहे हैं। 

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हाल ही में रायपुर में आयोजित धर्म संसद में कालीचरण ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणियां की थी। इसके साथ ही उसने भारतीय आजादी के सबसे बड़े नायक महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को महिमंडित करते हुए गांधी की हत्या को उचित ठहराया था। कालीचरण वीडियो वायरल होने के बाद से ही फरार चल रहा था। जिसके बाद रायपुर पुलिस उसे मध्य प्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई थी। 

रायपुर पुलिस की हिरासत में आने के बाद कोर्ट ने कालीचरण को 13 जनवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। 3 जनवरी को सेशंस कोर्ट में कालीचरण की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी है। लेकिन इससे पहले ही महाराष्ट्र पुलिस की पांच सदस्यीय टीम भी कालीचरण को हिरासत में लेने के लिए रायपुर पहुंच गई है। महाराष्ट्र के पांच अलग अलग थानों में भी कालीचरण के खिलाफ मुकदमा दर्ज है।