नहीं रुक रही रेमडेसिविर की कालाबाजारी, इंदौर में 40 हज़ार में इंजेक्शन बेचने जा रहे दो युवक गिरफ्तार

इंदौर के राजीव गांधी चौराहे पर बड़ी देर से घूम रहे थे दोनों आरोपी, पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है

Publish: Apr 21, 2021, 03:52 AM IST

Photo Courtesy: Dainik Bhaskar
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इंदौर। इंदौर सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में रेमडेसिविर की कालाबाजारी रुकने का नाम नहीं ले रही है। मंगलवार को इंदौर में दो आरोपी रेमडेसिविर की कालाबाजारी करते पुलिस की पकड़ में आए हैं। दोनों आरोपी 40 हज़ार रुपए की कीमत पर इंजेक्शन बेचने जा रहे थे। हालांकि आरोपी इंजेक्शन किस व्यक्ति से खरीद कर लाए थे, इसकी जानकारी पुलिस को नहीं मिल पाई है। पुलिस दोनों आरोपियों से अभी पूछताछ कर रही है। 

मंगलवार शाम को इंदौर पुलिस को मुखबिरों ने यह सूचना दी थी कि शहर के राजीव गांधी चौराहे और भोलाराम उस्ताद मार्ग पर घूम रहे हैं। इसी इलाके में कई अस्पताल हैं। इस वजह से तुरंत ही पुलिस के शक की सुई दोनों ही व्यक्तियों पर घूम गई। मुखबिरों की सूचना पर पुलिस ने उस स्थान पर पहुंच कर दोनों आरोपियों की तलाशी शुरू कर दी। तलाशी लेने पर पुलिस को रेमडेसिविर का इंजेक्शन मिला। 

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पुलिस ने दोनों आरोपी महावीर सोनी और गणेश भगवान बिरला को अपनी हिरासत में ले लिया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे अपने ग्राहक का इंतज़ार कर रहे थे। उन्होंने 40 हज़ार में इंजेक्शन का सौदा किया था। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। और यह भी पता करने में जुटी हुई है कि आखिर ये दोनों किस व्यक्ति से रेमडेसिविर खरीद कर लाए थे। 

हालांकि इंदौर में यह रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का पहला मामला नहीं है। शहर के ही अस्पताल में काम करने वाली एक नर्स 35 हज़ार में इंजेक्शन बेचते पुलिस की पकड़ में आई थी। नीलेश चौहान नाम का व्यक्ति भी इंजेक्शन की कालाबाजारी पकड़ा गया था।