त्योहारों में बिजली कटी तो... जीतू पटवारी ने पत्र लिखकर सीएम शिवराज को दी चेतावनी

बिजली संकट के मुहाने पर खड़ा मध्य प्रदेश, कोयला आपूर्ति नहीं होने पर ब्लैक आउट का खतरा, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने सरकारी सिस्टम को बताया जिम्मेदार

Updated: Oct 11, 2021, 10:40 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश अभूतपूर्व बिजली संकट के मुहाने पर खड़ा है। बताया जा रहा है कि एक-दो दिनों में यदि कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित नहीं होने की स्थिति में ब्लैकआउट की संभावना है। बिजली संकट के लिए कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने शिवराज सरकार को जिम्मेदार बताया है। पटवारी ने सीएम शिवराज को पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि यदि त्योहारों में बिजली कटौती होती है तो कांग्रेस प्रदेश भर में प्रदर्शन करेगी।

सीएम शिवराज को संबोधित पत्र में जीतू पटवारी ने लिखा, 'MP में बिजली संकट के आसार नजर आ रहे हैं। पॉवर जनरेटिंग कंपनी प्रबंधन भी कोयला संकट को देखते हुए अब खुद को असहाय महसूस करने लगा है। कोयले की उपलब्धता अगर जल्द सुनिश्चित नहीं हुई तो प्रदेशव्यापी विद्युत कटौती ही एकमात्र विकल्प रह जाएगा। प्रदेश में कोयले से करीब 5400 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता है। लेकिन, कोयले की कमी के चलते कई उत्पादन इकाइयां बंद हो गई हैं। जिनमें उत्पादन हो भी रहा है, वह भी अब क्षमता का आधा ही रह गया है।'

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खंडवा में सिर्फ एक दिन का कोयला बचा: जीतू पटवारी

पटवारी के मुताबिक खंडवा में महज एक दिन का ही कोयला बचा है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि, 'मध्यप्रदेश में बिजली उत्पादन के लिए करीब 65 हजार मीट्रिक टन कोयले की आवश्यकता पड़ती है। ये कोयला डब्ल्यूसीएल, एसीसीएल और एनसीएल से एमपी पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के पॉवर प्लांट में पहुंचता है। प्रदेश की विद्युत वितरण कंपनियों पर करीब छह हजार करोड़ रुपए की देनदारी है। यह रकम लंबे समय से मध्यप्रदेश पॉवर जनरेशन कंपनी को नहीं मिली है। उधारी बढ़ी तो कोयला सप्लाई रोक दी गई। अब जैसे-जैसे जितना भुगतान हो रहा है, उसी के अनुपात में कोयले मिल रहा है।' 

जीतू पटवारी ने आरोप लगाया है कि सरकारी अव्यवस्था और अनियंत्रित वित्तीय प्रबंधन के चलते मध्यप्रदेश को अंधेरे की ओर धकेला जा रहा है। इसके लिए उन्होंने शिवराज सरकार के सिस्टम को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि, 'कोरोना को महामारी बनाने में इसी तरह की लापरवाही प्रदेश देख चुका है। पेट्रोल-डीजल पर टैक्स वसूली का सरकारी लालच भी मेरा प्रदेश बहुत गंभीरता से देख रहा है। यदि त्योहारों के अवसर पर बिजली कटौती की गई, तो कांग्रेस पूरे प्रदेश में निर्णायक विरोध करेगी।'