प्रदेश की कन्याओं को झूठ बोलकर महापाप के भागी बन रहे हैं शिवराज : कमल नाथ

कमल नाथ ने सीएम को याद दिलाया कि उन्होंने दो घोषणा पत्र जारी किए थे, जिसमें एक प्रदेश की महिलाओं के लिए था

Publish: Feb 14, 2023, 08:52 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में सत्ता के संघर्ष के बीच पूर्व सीएम कमल नाथ और मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच वार पलटवार का दौर जारी है। कमल नाथ ने सीएम शिवराज पर झूठी घोषणाएं करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वे प्रदेश की कन्याओं से झूठ बोलकर महापाप के भागीदार बन रहे हैं। 

कमल नाथ ने सीएम शिवराज को उनके घोषणापत्र की याद दिलाते हुए कहा है कि सीएम ने प्रदेश की युवतियों को स्कूटी दिलाने का वादा किया था। लेकिन सीएम की वह योजना भी ठंडे बस्ते में चली गई। पूर्व सीएम ने कहा है कि सीएम शिवराज ने दो घोषणा पत्र जारी किए थे। एक महिलाओं के लिए अलग से जारी किया गया था जिसमें सीएम ने 50 वादे किए थे। काम नाथ ने संस्कृत के एक श्लोक का हवाला देते हुए कहा कि शिवराज प्रदेश की महिलाओं से झूठ बोलकर महापाप कर रहे हैं। कमल नाथ ने ट्वीट किया कि यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः। यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः।। 

शिवराज जी, आपने घोषणा की थी कि 12वीं कक्षा में 75% से ज्यादा अंक लाने पर कॉलेज जाने वाली छात्राओं को दो पहिया वाहन स्कूटी प्रदान किया जाएगा और इन वाहनों के रजिस्ट्रेशन शुल्क की प्रतिपूर्ति सरकार द्वारा की जाएगी।आपको याद दिला दूं कि आपने दो घोषणा पत्र जारी किए थे। एक समस्त मध्यप्रदेश के लिए और दूसरा विशेष रूप से महिलाओं के लिए। महिला वचन पत्र में आपने 50 वादे किए थे। उसी में स्कूटी देने का वादा भी शामिल था।

कमल नाथ ने श्लोक का हवाला देते हुए कहा कि शिवराज जी ऊपर जो श्लोक लिखा है उसकी पहली पंक्ति का अर्थ तो आपको पता ही है। दूसरी पंक्ति का अर्थ मैं आपको बता देता हूं कि जहां नारियों की पूजा नहीं की जाती है, वहां सभी कार्य निष्फल हो जाते हैं। आप कन्याओं से झूठ बोलकर महापाप के भागी बन रहे हैं।

कमल नाथ ने इससे पहले सीएम शिवराज पर प्रदेश में व्याप्त बेरोजगारी को लेकर भी निशाना साधा था। कमल नाथ ने सीएम शिवराज से पूछा था कि आखिर प्रदेश के युवाओं की 50 लाख नौकरियां कहां गईं? इसके साथ ही कमल नाथ ने शिवराज के राज में प्रदेश के तमाम वर्ग के दुखी होने का भी आरोप लगाया था। पूर्व सीएम ने कहा था कि जिसके राज में जनता दुखी रहती है वो राजा नर्क का भागीदार होता है।