मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में केन-बेतवा परियोजना पर सहमति, पीएम की मौजूदगी में MOU पर दस्तख़त

केन और बेतवा नदी को जोड़ने वाली इस परियोजना से बुंदेलखंड में पेयजल और सिंचाई से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद मिलेगी

Updated: Mar 22, 2021, 10:46 AM IST

भोपाल/लखनऊ। केन-बेतवा परियोजना पर आज उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच सहमति बन गई। विश्व जल दिवस के मौक पर आज इस परियोजना के लिए सहमति पत्र (MOU) पर हस्ताक्षर कर दिए गए। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे।  

केन बेतवा परियोजना के तहत मध्य प्रदेश की केन नदी और उत्तर प्रदेश की बेतवा नदी को आपस में जोड़ा जाएगा। दोनों नदियों को जोड़ने की इस प्रक्रिया पर कुल 45 हज़ार करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है।  इस खर्च का 90 फीसदी हिस्सा केंद्र सरकार देगी।  

केन-बेतवा परियोजना से बुंदेलखंड के लोगों को काफी फायदा होने की उम्मीद की जा रही है। बुंदेलखंड में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश, दोनों राज्यों के इलाके शामिल हैं। नदी के आपस में जुड़ने से उत्तर प्रदेश के झांसी, बांदा, ललितपर, महोबा और मध्य प्रदेश के छतरपुर, टीकमगढ़ और पन्ना ज़िले के लोगों को फायदा मिलेगा। इस परियोजना से बुंदेलखंड के लोगों की पेयजल की किल्लत और सूखे का संकट समाप्त होने का दावा किया जाता है। हालांकि इस परियोजना के कारण पन्ना के टाइगर रिज़र्व का एक हिस्सा पानी में डूब जाने की आशंका भी है।