हनुमान जयंती पर भोपाल का माहौल खराब करने की कोशिश, हिंदू संगठन के कार्यकर्ता का हिंसक आह्वान

जय मां भवानी हिंदू संगठन हनुमान जयंती के मौके पर 16 अप्रैल को मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में निकालेगी शोभा यात्रा, हजारों की भीड़ इकट्ठा होने का अनुमान, आयोजन से पहले किए गए हिंसक पोस्ट

Updated: Apr 13, 2022, 10:38 AM IST

भोपाल। खरगोन का साम्प्रदायिक विवाद अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सौहार्द बिगाड़ने की कोशिशें तेज हो गई है। सोशल मीडिया के माध्यम से हुनमान जयंती को लेकर जहर घोला जा रहा हैं। फेसबुक पर ऐसा ही एक पोस्ट सामने आया है जिसमें समुदाय विशेष के खिलाफ हिंसा का आह्वान किया गया।

फेसबुक पर भोपाल निवासी प्रमोद हिंदू नाम के युवक द्वारा यह जहरीली पोस्ट डाली गई है। पोस्ट की भाषा बेहद भड़काऊ और कंटेंट हिंसक है। इसमें हिंसा का खुला आह्वान किया गया है। इस पोस्ट को लेकर समाजसेवी यूसुफ खान ने चिंता जताई है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मदद की अपील की है। बताया जा रहा है कि प्रमोद हिंदू जय माँ भवानी हिंदू संगठन से जुड़ा हुआ है। 

यह संगठन 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के मौके भोपाल के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में शोभा यात्रा (चल समारोह) निकालने की तैयारी में है। यह यात्रा कसाईपूरा, इतवारा और जुमेराती होते हुए सिंधी कॉलोनी तक जाएगी। शोभा यात्रा की टाइमिंग भी वही रखी गई है जब शाम में इफ्तारी और नमाज का समय होता है। यात्रा की शुरुआत शाम को साढ़े पांच बजे होनी है और समापन आठ बजे रखा गया है।

प्रशासन ने इस यात्रा के लिए परमीशन भी दे दिया है। इस संगठन के पोस्टर्स पर बीजेपी मंत्री विश्वास सारंग की तस्वीरें लगी हुई है। संगठन के अध्यक्ष भानु हिंदू से जब हम समवेत ने इस पोस्ट को लेकर सवाल किया तो उन्होंने जानकारी होने से इनकार कर दिया। भानु ने कहा कि, 'कुछ तत्व ऐसे हैं जो भोपाल का माहौल खराब करना चाहते हैं और उन्हीं लोगों द्वारा पोस्ट को भड़काऊ बताकर वायरल किया जा रहा है। ताकि हमारी व्यवस्थाएं बिगाड़ी जा सके।' 

इस फेसबुक पोस्ट को लेकर बरकतुल्लाह यूथ फोरम, भोपाल के कॉर्डिनेटर अनस अली ने सख्त आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि, 'प्रमोद जैसे आसामजिक तत्व बैखौफ हो चुके हैं। इनमें कानून का डर नहीं बचा है तभी खरगौन और सेंधवा में दुखद हिंसा बाद वे भोपाल का माहौल ख़राब करना चाहते हैं। जबकि भोपाल अमन और भाईचारे के लिए विख्यात है। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।'