Bhopal: चयन के दो साल बाद भी नहीं मिली नियुक्ति, भर्ती के लिए शिक्षकों का प्रदर्शन

एमपी के 30 हज़ार से ज़्यादा शिक्षक अपनी भर्ती के लिए दो साल से इंतज़ार में हैं.. दो बार सरकार बन चुकी मगर शिक्षकों की भर्ती नहीं शुरू हुई

Updated: Dec 15, 2020, 11:06 PM IST

भोपाल। राज्य सरकार के आनाकानी भरे रवैए के कारण प्रदेश के लगभग 30 हज़ार चयनित शिक्षकों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। कई मर्तबा अपनी नियुक्ति को लेकर सरकार से गुहार लगा चुके चयनित शिक्षक आज एक बार फिर राजधानी भोपाल में एकत्रित हुए। चयनित शिक्षकों ने अपनी नियुक्ति मांग को लेकर भोपाल के गौतम नगर में स्थित लोक शिक्षण संचालनालय के प्रांगण में धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में पोस्टर और तख्तियों के साथ जमकर नारेबाजी भी की। 

दैनिक भास्कर के मुताबिक प्रदर्शन करने से पहले प्रदर्शनकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार से मुलाकात भी की थी। इसके साथ ही डीपीआई में प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने लोक शिक्षण आयुक्त जयश्री कियावत से मुलाकात की। प्रदर्शन कर रहे चयनित शिक्षकों से अपर संचालक बीएस कुशवाह ने मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि अगले सत्र तक रिक्त पदों पर नियुक्ति हो जाएगी। 

क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं चयनित शिक्षक ? 
दरअसल सितम्बर 2018 में मध्यप्रदेश की ततकालीन शिवराज सरकार ने कुल 30 हज़ार 594 पदों पर उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षकों की बम्पर भर्ती निकाली। तय योजना के अनुसार उसी वर्ष दिसंबर महीने में इन पदों के लिए परीक्षा होनी थी। चूंकि प्रदेश में चुनाव हो रहे थे लिहाज़ा यह परीक्षा टल गई। प्रदेश में जब सत्ता परिवर्तन हुआ तब कमल नाथ सरकार ने 2019 के फरवरी मार्च महीने में इन परीक्षाओं का आयोजन कराया। पिछले साल अगस्त महीने में उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता का परीक्षा परिणाम आया जबकि माध्यमिक शिक्षक पात्रता का परिणाम अक्टूबर महीने में घोषित किया गया। इस साल यानी 2020 के मार्च महीने में कमल नाथ सरकार प्रदेश की सत्ता से चली गई और एक बार फिर मुख्यमंत्री की गद्दी पर वही शिवराज काबिज़ हो गए जिनके कार्यकाल में इन पदों पर वैकेंसी निकाली गई थी।  

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परीक्षा का नोटिफिकेशन आए दो वर्ष से ज़्यादा तो परिणाम घोषित हुए एक वर्ष से भी ज़्यादा का समय बीत चुका है। लेकिन इन चयनित शिक्षकों की भर्ती अब तक पूरी नहीं की जा सकी है। चयनित शिक्षक कई दफा अपनी मांगों को लेकर राज्य सरकार से गुहार लगा चुके हैं लेकिन सरकार ने अब तक इनकी नियुक्ति नहीं की है। बीते शिक्षक दिवस के अवसर पर यानी 5 सितम्बर को भी चयनित शिक्षकों ने भोपाल में प्रदर्शन किया था। उस दौरान चयनित शिक्षकों ने यह धमकी तक दे डाली थी कि अगर सरकार जल्द से जल्द उनकी नियुक्ति नहीं करती है तो चयनित शिक्षक उपचुनाव का बहिष्कार करेंगे।

 खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चयनित शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुख्यमंत्री आवास पर मुलाकात कर जल्द ही नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने का आश्वासन दिया था। लेकिन उस समय मुख्यमंत्री ने कोई अंतिम तारीख या डेडलाइन नहीं दी थी कि आखिर कब तक चयनित शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा। मुख्यमंत्री के आश्वासन का क्रियान्वन न होते देख चयनित शिक्षक आज एक बार फिर एकत्रित हुए और उन्हें एक बार फिर भर्ती प्रक्रिया को आगामी सत्र में पूरा करने का दिलासा दिया गया।