MP: मई में खतरनाक स्तर पर पहुंचेगा पारा, मौसम विभाग का अलर्ट, 47 डिग्री का टॉर्चर झेलने को रहें तैयार

मई के दूसरे और तीसरे सप्ताह में मध्य प्रदेश के कई इलाकों में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, इसमें सबसे आगे ग्वालियर रहेगा

Updated: Jul 22, 2022, 01:54 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के बड़े हिस्से में लू के थपेड़ों और तेज गर्मी ने आम लोगों को बेहाल कर दिया है। चिलचिलाती धूप व तपिश वाली गर्मी के बीच पॉवर कट की समस्या भी बरकरार है। गर्मी से राहत की उम्मीद लगाए लोगों के लिए बुरी खबर यह है कि मई में गर्मी के तेवर और तीखे होंगे। 20 मई तक गर्मी अपने चरम पर होगी और उस वक्त कई शहरों का पारा 47 डिग्री तक पहुंच जाएगा। इसमें सबसे आगे ग्वालियर होगा।

भोपाल और जबलपुर में भी अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा 46 डिग्री तक पहुंच सकता है। उज्जैन-इंदौर में तीनों शहरों की अपेक्षा महज एक से दो डिग्री तापमान कम रहेगा। यहां 44 डिग्री या इससे नीचे पारा रह सकता है। मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि मई का दूसरा और तीसरा सप्ताह लोगों के लिए ज्यादा परेशानी वाला रहेगा। प्रदेश के कई इलाकों में तापमान बहुत ज्यादा ऊपर चला जाएगा।

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वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह के मुताबिक प्रशांत महासागर में ला-नीना सक्रिय है। एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो चुका है, वहीं दूसरा आ रहा है। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इससे 2 मई से मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल रहेंगे। 3 से 5 मई के बीच कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इसके बाद पूरा मई महीना सूखा और गर्म रहेगा।

मई के दूसरे-तीसरे सप्ताह में अधिकतम तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री तक ज्यादा जाएंगे। कई इलाकों में पारा 46 डिग्री के पार जा सकता है। कहीं-कहीं तो यह 47 तक जा सकता है। भोपाल की बात की जाए, तो अधिकतम तापमान 45-46 के बीच, उज्जैन में 44-45, इंदौर में 44, जबलपुर में 45-46 के आसपास रह सकता है। दतिया, ग्वालियर भिंड, टीकमगढ़, पन्ना, सतना, अशोक नगर, शिवपुरी, अनूपपुर और शहडोल कहीं-कहीं तापमान 47 डिग्री सेल्सियस को भी छू सकता है। 

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बता दें कि मध्य मार्च से ही प्रदेश में गर्मी ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया था। अप्रैल आखिर तक प्रदेश के कई जिले लू के चपेट में थे। वर्तमान में भी आलम यह है कि दोपहर के समय आसमान आग उगलता है और जमीन से गर्म भाप निगलती हुई महसूस होती है। भीषण गर्मी के बीच बिजली संकट ने प्रदेश वासियों को दोहरी मुसीबत में डाल रखा है।