Jyotiraditya Scindia: मुरैना रैली में ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिखाए काले झंडे
MP By Election 2020: प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को किया गिरफ़्तार, घरों की निगरानी की गई मगर फिर भी हुआ विरोध

मुरैना/भोपाल। मध्यप्रदेश में उपचुनाव का बिगुल फूंका जा चुका है। प्रदेश में 27 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही चुनावी मैदान में कूद गई है। पूरे अभियान के दौरान ही एक बात शुरु से ही देखने में मिल रही है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक मंत्रियों का हर जगह विरोध हो रहा है।
ऐसा ही हाल शनिवार को हुआ जब ज्योतिरादित्य सिंधिया मुरैना की रैली को संबोधित कर रहे थे। उनका विरोध हुआ और काले झंडे दिखाए गए।
सिंधिया का जमकर विरोध जारी:
— MP Congress (@INCMP) September 13, 2020
मुरैना के एक कार्यक्रम में “ग़द्दार सिंधिया वापस जाओ” के नारे लगे और सिंधिया को काले झंडे दिखाए गये।
ग्वालियर-चंबल के अभिमान का,
ये युद्ध है जनता के स्वाभिमान का। pic.twitter.com/bZG3S10BCv
दरअसल शनिवार को एक तरफ जहां ज्योतिरादित्य सिंधिया मुरैना की रैली को संबोधित कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ उनके भाषण को सुनने पहुंची जनता काले झण्डे दिखा रही थी। सिंधिया के भाषण के बीच में ही कुछ लोगों ने 'गद्दार सिंधिया वापस जाओ ' के नारे लगाना शुरू कर दिए। इस घटनाक्रम का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। लोगों का कहना है कि उपचुनाव से पहले ही नतीजे सबके सामने हैं।
अब घोषणावीरों की ख़ैर नहीं,
— MP Congress (@INCMP) September 13, 2020
—जनता से मुक़ाबला महँगा पड़ेगा;
शिवराज-सिंधिया को पूरे ग्वालियर-चंबल संभाग में जमकर जनता के विरोध का सामना करना पड़ रहा।
फिर कभी वोट नहीं बिकने देगी,
जनता ग़द्दारों को नहीं टिकने देगी। pic.twitter.com/eyhT9Zke8M
हालांकि सिंधिया और सीएम के विरोध की आशंका के चलते पुलिस ने कांग्रेस शहर और कांग्रेस के दूसरे नेताओं के घर पर पहले ही निगरानी शुरू कर दी थी। काले झंडे दिखाने के लिए मेला मैदान पर खड़े प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी दिनेश गुर्जर को 50 कांग्रेसियों सहित गिरफ्तार किया गया था। न्यू हाउसिंग बोर्ड गेट पर खड़े सुमावली विधानसभा के कांग्रेस नेता राम लखन दंडोतिया, अशोक सिकरवार सहित करीब 25 कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया था। फिर भी कांग्रेस नेता रैली के अंदर पहुंच गए और काले झंडे दिखा दिए।