भारत छोड़ो आंदोलन लिखने में गोडसे भक्तों को नानी याद आ जाती है, BJP की पोस्ट पर कांग्रेस प्रवक्ता ने उठाया सवाल

मध्य प्रदेश बीजेपी ने स्वतंत्रता सेनानी गौरी शंकर मेहता से संबंधित पोस्ट किया, लेकिन बीजेपी ने भारत छोड़ो आंदोलन की जगह उन्हें 1942 के आंदोलन में भाग लेने वाला सेनानी बता डाला

Publish: Feb 28, 2023, 07:17 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश बीजेपी की एक सोशल मीडिया पोस्ट पर कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल उठाया है। बीजेपी ने अपनी पोस्ट में भारत छोड़ो आंदोलन को 1942 का आंदोलन बता डाला। जिसके बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आनंद जाट ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन लिखने में गोडसे भक्तों को नानी याद आ जाती है। इसके साथ ही कांग्रेस प्रवक्ता ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से पूछा कि 1942 में कौन सा आंदोलन हुआ था? 

दरअसल मध्य प्रदेश बीजेपी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से मंगलवार को एक पोस्ट किया गया। जिसमें भारत जोड़ो आंदोलन में हिस्सा लेने वाले दमोह के स्वतंत्रता सेनानी गौर शंकर मेहता को भारत जोड़ो आंदोलन के बजाय 1942 के आंदोलन में हिस्सा लेने वाले स्वतंत्रता सेनानी के तौर पर चित्रित किया गया। 

बीजेपी की यह पोस्ट कांग्रेस प्रवक्ता को नागवार गुजरी और उन्होंने आजादी के आंदोलन में बीजेपी के राजनीतिक पूर्वजों की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा, राष्ट्र गीत का अपमान करने वाली बीजेपी आज़ादी और उसकी विरासत का हर रोज अपमान कर रही है।‘भारत छोड़ो आंदोलन’ लिखने में आज भी गोडसेभक्तों को नानी याद आ जाती है।1942 में कौन सा आंदोलन हुआ था वीडी शर्मा जी? 

हाल ही में राजधानी भोपाल में हुई बीजेपी की एक बैठक के दौरान बीजेपी के आला दर्जे के नेताओं ने सार्वजनिक मंच से राष्ट्र गीत का अपमान किया था। बीजेपी कार्यालय में वंदे मातरम् का गायन चल रहा था लेकिन वीडी शर्मा, मुरलीधर राव सहित मंच पर मौजूद अन्य नेताओं ने वंदे मातरम् के गायन को बीच में ही रुकवा दिया था। 

1942 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन छेड़ा गया था। इस आंदोलन में ही महात्मा गांधी ने करो या मरो का नारा दिया था। हालांकि इस आंदोलन में आरएसएस की भूमिका संदिग्ध मानी जाती रही है।