SDM की ‘कृपा’ : ज़मानत पर रिहा युवती को मिला चरित्र प्रमाण पत्र

Hoshangabad : अफसर की अपराधियों के साथ नरमी पर उठे सवाल

Publish: Jul 07, 2020, 10:22 PM IST

होशंगाबाद। ज़िले के पिपरिया तहसील में एसडीएम मदन रघुवंशी ने ज़मानत पर रिहा युवती को बिना अपराधिक रिकॉर्ड की पुष्टि किए बगैर चरित्र प्रमाण पत्र जारी कर दिया। युवती के खिलाफ कई धाराओं के अन्तर्गत मुकदमे दर्ज हैं। लेकिन फिर भी युवती को चरित्र प्रमाण पत्र जारी किया गया है।

बताया जा रहा है कि अशोक वार्ड, साडिया रोड़ पिपरिया निवासी युवती के खिलाफ धारा 452, 294, 323 सहित लगभग 34 मामलों में मुकदमा दर्ज है। युवती इस समय ज़मानत पर जेल की सलाखों से बाहर है। ऐसे में एसडीएम मदन रघुवंशी का यह व्‍यवहार काफी चौंकाने वाला प्रतीत हो रहा है।

अधीनस्थों द्वारा आगाह करने पर भी नहीं माने एसडीएम

द क्राइम इंफो वेबसाइट के मुताबिक 1 जुलाई को युवती जब एसडीएम मदन रघुवंशी के कार्यालय पहुंची थी। तो उस समय एसडीएम के अधीनस्थ ने उसे पहले थाने से चरित्र प्रमाण पत्र लेकर आने के लिए कहा था। लेकिन युवती ने एसडीएम के अधीनस्थ की बात मानने से इनकार करते हुए युवती सीधे एसडीएम मदन रघुवंशी के पास पहुंच गई और एसडीएम ने बिना कोई जानकारी टटोले युवती को चरित्र प्रमाण जारी कर दिया। चरित्र प्रमाण पत्र जारी करने से पहले एसडीएम के एक अधीनस्थ ने इस मामले में मदन रघुवंशी को बताया भी था कि मंगलवारा सिटी थाने में युवती के खिलाफ कई मुकदमें भी दर्ज हैं। लेकिन एसडीएम ने अपने अधीनस्थ की बात तक मानने से इनकार कर दिया।

थाने से युवती का आपराधिक रिकॉर्ड तलब किया गया

पूरे घटनाक्रम पर एसडीएम मदन रघुवंशी ने अपना पक्ष रखते हुए द क्राइम इंफो को बताया कि उन्हें युवती के ऊपर आपराधिक मुकदमे की ज़रा भी भनक नहीं थी। एसडीएम ने कहा है कि अगर युवती ने अपने चरित्र प्रमाण पत्र का गलत उपयोग किया है तो उसके खिलाफ ज़रूरी कार्रवाई की जाएगी। मदन रघुवंशी का कहना है कि उन्होंने थाने से युवती के खिलाफ दर्ज मुकदमे की जानकारी भी मंगाई है। मगर जानकारी आने के पहले प्रमाण पत्र तो जारी हो ही गया। कि अपराधियों के साथ भी एसडीएम मदन रघुवंशी का नरम रूख क्षेत्र में चर्चा का विषय है। a