न घर बचा, न खेत, सबकुछ खत्म हो गया, लीकेज डैम देखने पहुंचे कमलनाथ तो ग्रामीणों ने बताई पीड़ा

कारम डैम के प्रभावितों का हाल जानने धार पहुंचे कमलनाथ, ग्रामीणों ने कहा - साहब... न घर बचा, न खेत, प्लास्टिक में पहाड़ी पर रह रहे हैं, कोई पूछने तक नहीं आया, कमलनाथ बोले- यह शिवराज के भ्रष्टाचार का बांध टूटा है

Updated: Aug 16, 2022, 12:02 PM IST

धार। मध्य प्रदेश के धार में कारम डैम लीकेज के बाद सरकार का दावा है कि संकट टल गया। डैम लीक की वजह से किसी तरह के हताहत नहीं हुई। लेकिन पूर्व सीएम कमलनाथ जब प्रभावितों का हाल जानने पहुंचे तो उन्होंने दुखभरी कहानी बयां की। ग्रामीणों ने बताया कि उनका घर, खेत, खलिहान सब बर्बाद हो गए।

पीसीसी चीफ से एक बुजुर्ग ग्रामीण ने कहा, "साहब, अब न घर बचा, न खेत... पहाड़ी पर प्लास्टिक डालकर रहने काे मजबूर हैं। डैम के पानी ने हमारा सबकुछ छीन लिया। खेत में खड़ी फसल पूरी तरह नष्ट हो चुकी है। अब खेत में पत्थर ही पत्थर नजर आ रहे हैं। यहां तो अब जीवन भर फसल ही नहीं उगेगी। कैसे गुजर करेंगे? कहां रहेंगे? पत्नी-बच्चे समेत खुले में रह रहा हूं। आप ही कुछ मदद करें।"

ग्रामीणों की पीड़ा सुनकर कांग्रेस नेता भी भावुक हो गए। उन्होंने आश्वासन दिया कि जो मदद बनेगी मैं करूंगा। हालांकि, कमलनाथ ने ये भी कहा कि आप जानते हो कि सरकार तो बीजेपी की है। उन्होंने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि यह शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार का बांध टूटा है। देखकर कमलनाथ जब सड़क मार्ग से लौट रहे थे तो रास्ते में कुछ महिलाओं ने उनका रास्ता रोक लिया।

महिलाओं ने भी पीसीसी चीफ को वही बातें बताई जो पहले अन्य ग्रामीणों ने बताया था। एक महिला ने कहा कि गाय, बकरी के साथ जंगल में रहने को मजबूर हैं। सबकुछ खत्म हो गया। कोई मुआवजा नहीं मिला। हमारी सुध लेने वाला भी कोई नहीं है।

कमलनाथ ने इस दौरान मीडियाकर्मियों से बातचीत के कहा, 'मैं प्रभावितों से मिला, उनके मकान, जमीन... सबकुछ चौपट हो गया है। यह प्रदेश में भ्रष्टाचार की जो व्यवस्था बनी है, उसका उदाहरण है। मुख्यमंत्री रहते मैंने ई-टेंडर को लेकर कार्रवाई शुरू की थी। शिवराज सरकार में हर ठेके में जब तक सौदा नहीं होता, तब तक कोई काम नहीं होता। इतनी सारी योजनाएं इसलिए रुकी हुई हैं, क्योंकि दलाली का सौदा जाे अब तक पूरा नहीं हुआ है। आज मिट्‌टी का डैम देखकर आश्चर्य हुआ। पता नहीं प्रदेश में ऐसे कितने डैम बने हैं। इस डैम ने प्रभावितों को लिए जिंदगीभर के लिए बर्बाद कर दिया।'

कमलनाथ ने एक ट्वीट में लिखा, 'प्रभावित किसानों ने बताया कि उनकी फसल बह गयी, घर बह गया, मिट्टी बह गयी। बड़े-बड़े पत्थर बहकर खेतों में आ गये है, अब खेती भी नहीं कर सकते है। अभी भी घर छोड़कर पहाड़ों में, जंगलो में रह रहे है। कोई हाल जानने अभी तक नहीं आया, कोई सर्वे नहीं, कोई मुआवज़ा नहीं।'

कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने भी इस घटना को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, 'धार में जो नवनिर्मित डैम बहा है वो भाजपा नेता एवं सरकार के अति करीबी ठेकेदार अशोक भारद्वाज की कंपनी सार्थी कंस्ट्रक्शन ने बनाया हैं। आप खुद ही सोच लीजिये क्या कार्यवाही होगी!! यहाँ भी अन्य घोटालो के तरह लीपापोती होंगी।'