बुधनी में आज और विजयपुर में कल होगा कांग्रेस उम्मीदवारों का नामांकन, पार्टी के दिग्गज नेता होंगे शामिल

बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस पूरी मजबूती और रणनीति के साथ मैदान में उतर रही है।

Updated: Oct 24, 2024, 10:48 AM IST

बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस पूरी मजबूती और रणनीति के साथ मैदान में उतर रही है। पार्टी ने किसानों के मुद्दों को प्रमुखता से उठाते हुए भाजपा सरकार की नीतियों को जनता के सामने रखने का निर्णय लिया है। कांग्रेस उम्मीदवार राजकुमार पटेल बुधनी से आज अपना नामांकन दाखिल करेंगे तो वहीं, 25 अक्टूबर को भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव नामांकन भरेंगे।

 

कांग्रेस उम्मीदवार राजकुमार पटेल के नामांकन के दौरान पार्टी के कई बड़े नेता, जैसे पीसीसी प्रमुख जीतू पटवारी, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और अन्य वरिष्ठ नेता आज बुधनी में मौजूद रहेंगे।

 

जीतू पटवारी ने किसानों के मुद्दे को उठते हुए शिवराज सिंह चौहान को किसानों की समस्याओं से अवगत करने की रणनीति बनाई है। प्रचार के दौरान पटवारी अपनी गाड़ी में गेहूं और धान की पोटली लेकर चलेंगे, जो किसानों की दुर्दशा का प्रतीक बनेगी। वे जनता को यह संदेश देंगे कि शिवराज सिंह चौहान, जो इस क्षेत्र के विधायक रहें हैं और देश के कृषि मंत्री हैं, उन्होंने किसानों के हित में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। पटवारी का आरोप है कि सरकार ने गेहूं के दाम 2700 रुपए प्रति क्विंटल करने का वादा किया था, लेकिन इसे पूरा नहीं किया और किसानों को धोखा दिया। इस गेहूं और धान की पोटली के माध्यम से कांग्रेस यह संदेश भी देगी कि अगर जनता को अपने क्षेत्र और प्रदेश के किसानों का भला चाहिए, तो उन्हें भाजपा की झूठी वादों से सावधान रहना होगा और कांग्रेस के पक्ष में मतदान करना होगा।

 

वहीं, कांग्रेस ने विजयपुर में भी भाजपा को कड़ी चुनौती देने की योजना बनाई है, जहां भाजपा प्रत्याशी रामनिवास रावत आज अपना नामांकन भरेंगे तो वहीं, कल कांग्रेस उम्मीदवार राकेश मल्होत्रा नामांकन दाखिल करेंगे। कांग्रेस का कहना है कि विजयपुर में भी जनता भाजपा सरकार की नीतियों से त्रस्त है और बदलाव की मांग कर रही है। 

 

कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि इन उपचुनावों को केवल एक स्थानीय मुद्दा नहीं, बल्कि प्रदेश की राजनीति में बदलाव लाने का अवसर माना जा रहा है। कांग्रेस का लक्ष्य है कि किसानों और आमजन के मुद्दों को लेकर भाजपा सरकार को चुनौती दी जाए और यह दिखाया जाए कि कांग्रेस ही प्रदेश के विकास और जनकल्याण के लिए सही विकल्प है।